नई दिल्ली: दिल्ली सरकार के कोविड फंड से नॉन कोविड अस्पताल में खरीदे गए ऑटोक्लेव मशीन के मामले में ईटीवी भारत की खबर का असर हुआ है. ईटीवी भारत में खबर प्रकाशित होने के बाद अस्पताल प्रशासन ने खरीद को नामंजूर करते हुए दोनों मशीनों को वापस करने का आदेश दिया है.
मेडिकल डायरेक्टर ने वापस करने के निर्देश दिए
सुश्रुत ट्रॉमा सेंटर में कोविड फंड से खरीदे गए ऑटोक्लेव मशीन के भविष्य का फैसला हो गया है. लोक नायक अस्पताल के मेडिकल डायरेक्टर ने करीब 50 लाख रुपये में खरीदी गई दोनों मशीनों को वापस करने का फरमान सुना दिया है. बताया जा रहा है कि मशीन खरीद की फाइल जून महीने से ही क्लीयरेंस के लिए रुकी हुई थी, लेकिन कोविड फंड का नॉन कोविड मशीन के लिए उपयोग और मशीन का स्पेसिफिकेशन के अनुसार नहीं होने की वजह से अस्पताल प्रबंधन ने इन मशीनों को वापस करने का फैसला लिया है.
क्या है पूरा मामला
बता दें कि कोरोना काल में जब लोक नायक अस्पताल के प्रबंधन में डेढ़ महीने के लिए बदलाव हुआ था, तब अस्पताल के मेडिकल डायरेक्टर का चार्ज संभाल रहे डॉ. जेसी पासी के कार्यकाल में कोविड फंड से सुश्रुत ट्रामा सेंटर के लिए दो ऑटोक्लेव मशीन खरीदी गई थी. यह एक नॉन कोविड अस्पताल है.
वहां इन मशीनों का भी कोरोना के इलाज से कोई सीधा संबंध नहीं है. इस खरीद की ख़ास बात ये थी कि अस्पताल ने इन मशीनों के लिए तीन साल पहले मांग की थी, लेकिन उसके बदले जो मशीन खरीदी गई वो ना तो अस्पताल के स्पेसिफिकेशन के अनुसार थी और उसकी कीमत भी बाजार भाव से करीब 20 गुणे से भी ज्यादा था. इस खबर को सबसे पहले ईटीवी भारत ने प्रकाशित किया था.