नई दिल्ली: सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था में अक्सर सहूलियत के साथ-साथ सुरक्षा एक बड़ा मुद्दा होता है. राजधानी दिल्ली में भी सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था के नाम पर तमाम दावे तो किए जाते हैं, लेकिन असल में बस अड्डों पर और बसों के भीतर भी अलग-अलग तरह की वारदातें सामने आती रहती हैं. इंटर स्टेट बस टर्मिनल कश्मीरी गेट पर सुरक्षा के कैसे हालात हैं, इसी का जायजा ईटीवी भारत की टीम ने लिया.
कश्मीरी गेट उन तीन इंटरस्टेट बस अड्डों में से एक है, जहां से अलग-अलग राज्यों के लिए बसें आती और जाती हैं. कोरोना वायरस के चलते किए गए देशव्यापी लॉकडाउन में इस बस अड्डे को बंद किया गया था. लेकिन हाल ही में सरकार ने तय शर्तों का पालन कर इसे दोबारा से खोला है. यहां पर लोग खुद को कितना सुरक्षित महसूस करते हैं और बीते सालों में यहां सुरक्षा के नजरिए से क्या कुछ बदलाव आए हैं, हमने लोगों से ही पूछा, तो लोगों की मिली-जुली राय थी.
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क्या कहते हैं लोग
आनंद विहार जा रहे गौरव कहते हैं कि बीते सालों स्थिति सुधरी तो है, लेकिन कश्मीरी गेट उन्हें सेफ नहीं लगता. वो कहते हैं कि बस में ही उनके 3 फोन चोरी कर लिए गए हैं. वह रोजाना किसी अन्य जगह से चढ़ते हैं और जानते हैं कि बसों में कितनी चोरी होती है.
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दूसरे यात्री मोनू कहते हैं कि वो कश्मीरी गेट पर सुरक्षित महसूस करते हैं. वो कहते हैं कि अन्य जगहों पर ऐसी घटनाएं हो जाती हैं, लेकिन कश्मीरी गेट इन मामलों में बेहतर है. अर्जुन सिंह दिल्ली के नहीं हैं, लेकिन दिल्ली आकर काफी खुश हैं. वो कहते हैं कि यहां साफ-सफाई और सुविधा बहुत है यहां हर जगह पर पुलिस है, जो लोगों को आगाह करती है. वह यहां पर खुद को सुरक्षित महसूस करते हैं.