नई दिल्ली: दक्षिण दिल्ली नगर निगम का लैंडफिल साइट ओखला में बना हुआ है. ठीक इसके साथ में बना है ईएसआईसी अस्पताल. पर इतने सालों से किसी का ध्यान इस ओर नहीं गया कि एक कूड़े के ढेर के बगल में अस्पताल बना हुआ है. यह उन लोगों के लिए कितना घातक हो सकता है जो रोजाना अस्पताल में इलाज के लिए पंहुचते हैं और इससे कितनी बीमारियां हो सकती हैं.
ईटीवी भारत की टीम ओखला इंडस्ट्रियल एरिया के पास बने इस ईएसआईसी अस्पताल के पास पहुंची. यहां इलाज कराने आ रहे मरीजों और आस पास मौजूद दुकानदारों, ऑटो चालकों से बात की. ऑटो चालक अजीत ने कहा कि वह रोजाना यहां पर कई मरीजों को लेकर आते हैं. साथ ही अस्पताल से मरीजों को लेकर भी जाते हैं तो ऐसे में यहां पर आना जाना रहता है. पर यहां काफी बदबू आती है और जब कूड़ा लेकर ट्रक इस लैंडफिल साइट पर आते हैं तो उनकी लंबी कतार अस्पताल के आगे तक पहुंच जाती है. ऐसे में काफी परेशानी यहां से गुजर रहे लोगों और मरीजों को होती है.
बारिश के समय बहता है गंदा पानी
इसके साथ ही अस्पताल के बाहर एक दुकानदार ने कहा कि बारिश के समय काफी कीचड़ हो जाती है, और गंदा पानी बहकर अस्पताल के सामने से ही गुजरता है, तो काफी बदबू आती है और लोगों को काफी परेशानी होती है.
इसके साथ ही अपनी मां का इलाज कराने अस्पताल में पहुंचे राहुल ने कहा कि अस्पताल कूड़े के ढेर के बगल में बना हुआ है, लेकिन यहां इलाज कराने के लिए आना मजबूरी है, ऐसे में यहां आना पड़ता है. हालांकि हम पूरी सावधानी के साथ आते हैं लेकिन बदबू फिर भी आती है. और बारिश के समय तो काफी बुरा हाल हो जाता है.
लैंडफिल साइट को किया जाए शिफ्ट
अन्य लोगों और मरीजों ने कहा कि मौजूदा समय में पहले से ही कोरोना वायरस महामारी से काफी खतरा बना हुआ है, ऐसे में कूड़े के ढेर के पास में अस्पताल है तो काफी सावधानी बरतकर अस्पताल आना पड़ता है, लेकिन सरकार को इस बारे में सोचना चाहिए या तो कूड़े के ढेर को कहीं और शिफ्ट किया जाए या अस्पताल को.