नई दिल्ली : दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के महासचिव सरदार हरमीत सिंह कालका ने विपक्षी पार्टियों द्वारा आटे की कालाबाजारी को लेकर लगाए जा रहे आरोपों को पूरी तरह से गलत बताया है. हरमीत सिंह कालका ने कहा कि सोशल मीडिया पर एक स्टिंग ऑपरेशन करने के दावे किए जा रहे हैं, जो बिल्कुल बेबुनियाद, झूठे व खोखले हैं.
गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के महासचिव ने कहा कि दिल्ली सिख गुरुद्वारा कमेटी के अध्यक्ष के रूप में मनजीत सिंह जीके और परमजीत सिंह सरना के कार्यकाल के दौरान जो परंपराएं थीं, उसी के अनुसार ही खराब हो रहे आटा को 3 सदस्य कमेटी की सिफारिशों के अनुसार बेचा गया. उन्होंने कहा कि यह रिवायत रही है कि बेचे गए आटे की राशि से राशन सामग्री खरीदी जाती है और इससे मनजीत सिंह भी भलीभांति परिचित हैं.
हमारे नहीं पंथ विरोधी हैं ये लोग
सरदार हरमीत सिंह कालका ने कहा कि पूरी दुनिया में इस बात की प्रशंसा हो रही है कि महामारी के दौरान जो सेवा गुरुद्वारा कमेटी ने की है, उसकी दुनिया में कोई मिसाल नहीं है. इस प्रशंसा को हमारे विरोधी बर्दाश्त नहीं कर पा रहे हैं, जबकि वास्तविकता यह है कि हमारे विरोधी हमारे विरोधी नहीं बल्कि पंथ के विरोधी हैं. पिछले कई वर्षों से यह रिवायत चलती आ रही है कि जो राशन सामग्री लंगर के लिए पहुंच रही है और संगत द्वारा दसवंद आया है. उसका सदुपयोग किया जाता है, क्योंकि संगत ने हमेशा गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी पर विश्वास किया है.
एफआईआर से डर नहीं
विरोधी पार्टियों द्वारा एफआईआर करवाए जाने के सवाल पर हरमीत सिंह कालका ने कहा कि जो पार्टी चाहे अपनी मर्जी से एफआईआर दर्ज करवा लें, हमें कोई डर नहीं है, क्योंकि हमने सभी कुछ नियमों के अनुसार किया है.