नई दिल्ली: निगम के अस्पतालों के डॉक्टर लगातार धरने के बाद अब भूख हड़ताल पर बैठे हैं. इनकी बकाया सैलरी की मांग को आम आदमी पार्टी ने भी अपना समर्थन दिया है. इसी क्रम में रविवार को आम आदमी पार्टी मुख्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान पार्टी के एमसीडी प्रभारी दुर्गेश पाठक ने आरोप लगाया कि एक तरफ तो भाजपा इन कर्मचारियों को सैलरी नहीं दे रही है, वहीं दूसरी तरफ अब इन्हें नौकरी से निकालने का डर दिखाया जा रहा है.
'कर दिया गया ट्रांसफर'
दुर्गेश पाठक ने कहा कि अभी जब सभी लोग दशहरा मना रहे हैं, भाजपा शाषित एमसीडी के अस्पतालों के डॉक्टर भूख हड़ताल पर बैठे हैं. ये वो लोग हैं, जिन्होंने अपनी जिंदगी दांव पर लगा कर दिल्ली वालों की सेवा की. लेकिन एमसीडी ने बीते पांच महीने से इन्हें सैलरी नहीं दी है. दुर्गेश पाठक ने कहा कि डॉक्टर्स ने मेयर से लेकर भाजपा के नेताओं तक से मुलाकात की, लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला. उल्टा बीते दिन हिंदू राव अस्पताल के चार सीनियर डॉक्टर्स का ट्रांसफर कर दिया गया.
'दी जा रही धमकी'
उन्होंने बताया कि इन चार सीनियर डॉक्टर्स को ट्रांसफर की सजा सिर्फ इसलिए दी गई, क्योंकि ये उन डॉक्टर्स के समर्थन में खड़े हुए थे, जो अपनी सैलरी की मांग को लेकर भूख हड़ताल पर बैठे हैं. दुर्गेश पाठक ने कहा कि हड़ताल पर बैठे डॉक्टर्स को भी भाजपा के नेताओं द्वारा नौकरी छीनने का डर दिखाया जा रहा है. उन्होंने बताया कि इन डॉक्टर्स ने इसकी जानकारी मेयर को भी दी है, लेकिन फिर भी इन्हें धमकी दी जा रही है.
'डॉक्टर्स को न डराए भाजपा'
आम आदमी पार्टी की तरफ से दुर्गेश पाठक ने मांग की कि इन सभी डॉक्टर्स को जल्द से जल्द सैलरी दी जाए, साथ ही जिन 40 डॉक्टर्स का ट्रांसफर किया गया है, उनका ट्रांसफर वापस लिया जाए और भाजपा के नेता हड़ताल पर बैठे डॉक्टर्स को नौकरी छीनने का डर ना दिखाएं. दुर्गेश पाठक ने कहा कि लोकतंत्र में अपने हक की आवाज़ उठाना सभी का अधिकार है.