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बोर्ड परीक्षा को लेकर शिक्षा निदेशक गंभीर, आरडीई और एचओएस को किया गया तलब - सत्र 2019-20

आगामी बोर्ड परीक्षा से पहले शिक्षा निदेशक ने सभी सरकारी स्कूलों के एचओएस और शिक्षा के आला अधिकारियों को तलब किया है.

शिक्षा निदेशक ने आला अधिकारियों को किया तलब
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Published : Oct 13, 2019, 1:51 PM IST

नई दिल्ली: राजधानी की केजरीवाल सरकार सरकारी स्कूलों को बेहतर बनाने का हर संभव प्रयास कर रही है. वहीं इसी कड़ी में 10वीं और 12वीं के परीक्षा परिणाम को लेकर शिक्षा निदेशक भी गंभीर होते दिखाई दे रहे हैं.

शिक्षा निदेशक ने आला अधिकारियों को किया तलब

यही कारण है कि आगामी बोर्ड परीक्षा से पहले उन्होंने सभी सरकारी स्कूलों के एचओएस और शिक्षा के आला अधिकारियों को तलब किया है. जिससे गत दो सालों के परीक्षा परिणाम का विश्लेषण किया जा सके और आने वाले सत्र में होने वाली परीक्षा के परिणाम को सुधारा जा सके.

आरडीई और एचओएस को किया गया तलब
दिल्ली शिक्षा निदेशक ने सभी जोन के आरडीई और एचओएस को तलब किया है. जिसमें उन्होंने गत सालों स्कूलों द्वारा किए गए अचीवमेंट और आगामी योजनाओं के बारे में चर्चा करने की इच्छा जाहिर की है.

सत्र 2019-20 की आगामी बोर्ड परीक्षाओं का परीक्षा परिणाम बेहतर बनाने के लिए स्कूलों को एलिमेंट्री लेवल से ही भरसक प्रयास करने के निर्देश दिए गए हैं. साथ ही कुछ तथ्य निर्धारित किए गए हैं. जिन पर सभी आला अधिकारी के साथ शिक्षा निदेशक खुद चर्चा करेंगे.

परीक्षा परिणाम सुधारने के लिए एचओएस से जवाब-तलब
इन तथ्यों के अनुसार सबसे पहले सत्र 2017-18 और 2018-19 में 10वीं और 12वीं के जो परीक्षा परिणाम आए. उसका विश्लेषण किया जाएगा और पता लगाया जाएगा कि किन कारणों से और किन विषयों में रिजल्ट कम रहा. साथ ही सत्र 2019-20 में हुई अर्धवार्षिक परीक्षा परिणाम का भी विश्लेषण होगा. वहीं शिक्षा निदेशक सभी एचओएस से जवाब मांगेंगे कि उन्होंने 10वीं और 12वीं के परीक्षा परिणाम को सुधारने के लिए क्या क्या कदम उठाए.

12वीं क्लास के रिजल्ट को अब बनाया जाएगा डिजिटली
परीक्षा परिणाम सुधारने के लिए उठाए जा रहे हैं. कदम बढ़ाने के साथ-साथ सभी स्कूलों के एचओएस को यह भी जानकारी देनी होगी कि उन्होंने आगामी सत्र में क्या योजना तैयार की है. जिससे जिन विषयों में छात्रों के अंक कम आ रहे हैं. उसे सुधारा जा सके.

इसके अलावा तीसरी क्लास से 12वीं क्लास के रिजल्ट को अब डिजिटली बनाया जाएगा और इसकी पूरी प्रक्रिया के बारे में भी शिक्षा निदेशक खुद एचओएस के साथ चर्चा करेंगे. वहीं डिस्ट्रिक्ट में आने वाली शिक्षा संबंधी समस्याएं भी सुनी जाएंगी और आगे के लिए योजनाएं सुनिश्चित होंगी.


डीडीई डिस्ट्रिक्ट ने बातचीत के लिए जरूरी इंतजाम किए
इन सभी तथ्यों पर बातचीत करने के लिए डीडीई डिस्ट्रिक्ट ने जरूरी इंतजाम किए हैं. जिसके तहत सभी जोन और डिस्ट्रिक्ट के मुद्दों के लिए अलग-अलग तारीख और अलग-अलग दिन निर्धारित किए हैं. वहीं निर्धारित समय और स्थान के अनुसार शिक्षा निदेशक सभी स्कूलों के एचओएस और आरडीई और डीडीई से स्कूलों का ब्यौरा लेंगे.

साथ ही सभी आरडीई और डीडीई को भी यह निर्देश दिया गया है कि उनके अंतर्गत आने वाले सभी स्कूलों के एचओएस, इस मीटिंग में मौजूद रहे इसका खासा ध्यान रखा जाए. साथ ही सभी आला अधिकारी भी इस दौरान अपनी मौजूदगी जरूर दर्ज करवाएं.

नई दिल्ली: राजधानी की केजरीवाल सरकार सरकारी स्कूलों को बेहतर बनाने का हर संभव प्रयास कर रही है. वहीं इसी कड़ी में 10वीं और 12वीं के परीक्षा परिणाम को लेकर शिक्षा निदेशक भी गंभीर होते दिखाई दे रहे हैं.

शिक्षा निदेशक ने आला अधिकारियों को किया तलब

यही कारण है कि आगामी बोर्ड परीक्षा से पहले उन्होंने सभी सरकारी स्कूलों के एचओएस और शिक्षा के आला अधिकारियों को तलब किया है. जिससे गत दो सालों के परीक्षा परिणाम का विश्लेषण किया जा सके और आने वाले सत्र में होने वाली परीक्षा के परिणाम को सुधारा जा सके.

आरडीई और एचओएस को किया गया तलब
दिल्ली शिक्षा निदेशक ने सभी जोन के आरडीई और एचओएस को तलब किया है. जिसमें उन्होंने गत सालों स्कूलों द्वारा किए गए अचीवमेंट और आगामी योजनाओं के बारे में चर्चा करने की इच्छा जाहिर की है.

सत्र 2019-20 की आगामी बोर्ड परीक्षाओं का परीक्षा परिणाम बेहतर बनाने के लिए स्कूलों को एलिमेंट्री लेवल से ही भरसक प्रयास करने के निर्देश दिए गए हैं. साथ ही कुछ तथ्य निर्धारित किए गए हैं. जिन पर सभी आला अधिकारी के साथ शिक्षा निदेशक खुद चर्चा करेंगे.

परीक्षा परिणाम सुधारने के लिए एचओएस से जवाब-तलब
इन तथ्यों के अनुसार सबसे पहले सत्र 2017-18 और 2018-19 में 10वीं और 12वीं के जो परीक्षा परिणाम आए. उसका विश्लेषण किया जाएगा और पता लगाया जाएगा कि किन कारणों से और किन विषयों में रिजल्ट कम रहा. साथ ही सत्र 2019-20 में हुई अर्धवार्षिक परीक्षा परिणाम का भी विश्लेषण होगा. वहीं शिक्षा निदेशक सभी एचओएस से जवाब मांगेंगे कि उन्होंने 10वीं और 12वीं के परीक्षा परिणाम को सुधारने के लिए क्या क्या कदम उठाए.

12वीं क्लास के रिजल्ट को अब बनाया जाएगा डिजिटली
परीक्षा परिणाम सुधारने के लिए उठाए जा रहे हैं. कदम बढ़ाने के साथ-साथ सभी स्कूलों के एचओएस को यह भी जानकारी देनी होगी कि उन्होंने आगामी सत्र में क्या योजना तैयार की है. जिससे जिन विषयों में छात्रों के अंक कम आ रहे हैं. उसे सुधारा जा सके.

इसके अलावा तीसरी क्लास से 12वीं क्लास के रिजल्ट को अब डिजिटली बनाया जाएगा और इसकी पूरी प्रक्रिया के बारे में भी शिक्षा निदेशक खुद एचओएस के साथ चर्चा करेंगे. वहीं डिस्ट्रिक्ट में आने वाली शिक्षा संबंधी समस्याएं भी सुनी जाएंगी और आगे के लिए योजनाएं सुनिश्चित होंगी.


डीडीई डिस्ट्रिक्ट ने बातचीत के लिए जरूरी इंतजाम किए
इन सभी तथ्यों पर बातचीत करने के लिए डीडीई डिस्ट्रिक्ट ने जरूरी इंतजाम किए हैं. जिसके तहत सभी जोन और डिस्ट्रिक्ट के मुद्दों के लिए अलग-अलग तारीख और अलग-अलग दिन निर्धारित किए हैं. वहीं निर्धारित समय और स्थान के अनुसार शिक्षा निदेशक सभी स्कूलों के एचओएस और आरडीई और डीडीई से स्कूलों का ब्यौरा लेंगे.

साथ ही सभी आरडीई और डीडीई को भी यह निर्देश दिया गया है कि उनके अंतर्गत आने वाले सभी स्कूलों के एचओएस, इस मीटिंग में मौजूद रहे इसका खासा ध्यान रखा जाए. साथ ही सभी आला अधिकारी भी इस दौरान अपनी मौजूदगी जरूर दर्ज करवाएं.

Intro:नई दिल्ली ।

दिल्ली सरकार सरकारी स्कूलों को बेहतर बनाने की हर संभव प्रयास कर रही है. वहीं इसी कड़ी में 10वीं और 12वीं के परीक्षा परिणाम को लेकर शिक्षा निदेशक भी गंभीर होते दिखाई दे रहे हैं. यही कारण है कि आगामी बोर्ड परीक्षा से पहले उन्होंने सभी सरकारी स्कूलों के एचओएस और शिक्षा के आला अधिकारियों को तलब किया है जिससे गत दो वर्षों के परीक्षा परिणाम का विश्लेषण किया जा सके और आने वाले सत्र में होने वाली परीक्षा के परिणाम को सुधारा जा सके.


Body:दिल्ली शिक्षा निदेशक ने सभी जोन के आरडीई और एचओएस को तलब किया है जिसमें उन्होंने गत वर्ष स्कूलों द्वारा किए गए अचीवमेंट और आगामी योजनाओं के बारे में चर्चा करने की इच्छा जाहिर की है. सत्र 2019-20 की आगामी बोर्ड परीक्षाओं का परीक्षा परिणाम बेहतर बनाने के लिए स्कूलों को एलिमेंट्री लेवल से ही भरसक प्रयास करने के निर्देश दिए गए हैं. साथ ही कुछ तथ्य निर्धारित किए गए हैं जिन पर सभी आला अधिकारी के साथ शिक्षा निदेशक खुद चर्चा करेंगे.

इन तथ्यों के अनुसार सबसे पहले सत्र 2017-18 और 2018-19 में 10वीं और 12वीं के जो परीक्षा परिणाम आए उसका विश्लेषण किया जाएगा और पता लगाया जाएगा कि किन कारणों से और किन विषयों में रिजल्ट कम रहा. साथ ही सत्र 2019-20 में हुई अर्धवार्षिक परीक्षा परिणाम का भी विश्लेषण होगा. वहीं शिक्षा निदेशक सभी एचओएस से जवाब मांगेंगे कि उन्होंने 10वीं और 12वीं के परीक्षा परिणाम को सुधारने के लिए क्या क्या कदम उठाए.

परीक्षा परिणाम सुधारने के लिए उठाए जा रहे हैं कदम बताने के साथ-साथ सभी स्कूलों के एचओएस को यह भी जानकारी देनी होगी कि उन्होंने आगामी सत्र में क्या योजना तैयार की है जिससे जिन विषयों में छात्रों के अंक कम आ रहे हैं उसे सुधारा जा सके. इसके अलावा तीसरी क्लास से 12वीं क्लास के रिजल्ट को अब डिजिटली बनाया जाएगा और इसकी पूरी प्रक्रिया के बारे में भी शिक्षा निदेशक स्वयं एचओएस के साथ चर्चा करेंगे. वहीं डिस्ट्रिक्ट में आने वाली शिक्षा संबंधी समस्याएं भी सुनी जाएंगी और आगे के लिए योजनाएं सुनिश्चित होंगी.

इन सभी तथ्यों पर बातचीत करने के लिए डीडीई डिस्ट्रिक्ट द्वारा जरूरी इंतजाम किए गए हैं जिसके तहत सभी जोन और डिस्ट्रिक्ट के मुद्दों के लिए अलग-अलग तिथि और अलग-अलग दिन निर्धारित किए गए हैं. वहीं निर्धारित समय और स्थान के अनुसार शिक्षा निदेशक सभी स्कूलों के एचओएस और आरडीई और डीडीई द्वारा स्कूलों का ब्यौरा लेंगे. साथ ही सभी आरडीई और डीडीई को भी यह निर्देश दिया गया है कि उनके अंतर्गत आने वाले सभी स्कूलों के एचओएस इस मीटिंग में मौजूद रहे इसका खासा ध्यान रखा जाए. साथ ही सभी आला अधिकारी भी इस दौरान अपनी मौजूदगी जरूर दर्ज करवाएं.


Conclusion:बता दें कि शिक्षा निदेशालय की ओर से 10वीं और 12वीं के परीक्षा परिणाम सुधारने के लिए पहले ही कई कदम उठाए जा रहे हैं जिसके तहत छात्रों को अतिरिक्त कक्षाएं दी जा रही हैं, के-यान द्वारा उन्हें विभिन्न विषय पढ़ाए जा रहे हैं. साथ ही जीरो पीरियड भी लगाए जा रहे हैं जिससे जिन विषयों में छात्र के नम्बर कम आते हैं (खासतौर पर विज्ञान और गणित) उस पर अधिक से अधिक जोर दिया जा सके.
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