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अफगानिस्तान से लौटे लोग भारतीय नागरिकता की लगा रहे गुहार - भारत की नागरिकता को लेकर प्रदर्शन

अफगानिस्तान से कई साल पहले भारत लौटे लोगों का कहना है कि यहां नौकरी मिलने में भी दिक्कत होती है. यहां तक कि बच्चों का स्कूल में दाखिला कराना भी मुश्किल होता है. इसके अलावा भी कई ऐसे काम हैं, जिसको लेकर परेशानी उठानी पड़ती है.

afgan return demands citizenship
भारत की नागरिकता की मांग
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Published : Aug 26, 2021, 5:13 PM IST

नई दिल्ली : अफगानिस्तान में बदले हालात के बाद वहां से लोगों का लगातार भारत आना जारी है. अफगानिस्तान से जो लोग तीन दशक पहले भारत आए वे लोग भारत सरकार से यहां की नागरिकता देने की गुहार लगा रहे हैं. उन्हें रोजगार से लेकर दूसरे कामों में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.

अफगानिस्तान में अब जो हालात हैं, उसके बाद वहां से भारतीय मूल के लोग अपने वतन वापस आ रहे हैं. अफगानिस्तान में काफी संख्या में भारतीय सिख, हिन्दू परिवार रह रहे थे, जो वापस भारत लौटे हैं, लेकिन कई सालों बाद भी उन्हें यहां की नागरिकता नहीं मिली है. अफगानिस्तान में फंसे लोगों को भारत सरकार वापस ला रही है. इसकी लोग जमकर सराहना कर रहे हैं.

अफगानिस्तान से लौट भारतीयों की दास्तां

सालों पहले लौट कर आए लोगों ने बताया कि नागरिकता नहीं मिलने के कारण उन्हें यहां काम करने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. उन्होंने अब देश के प्रधानमंत्री और गृह मंत्री से गुहार लगा रहे हैं कि नागरिकता दे दें.

ये भी पढ़ें : काबुल एयरपोर्ट पर भूख से तड़प रहे लोग, 3000 रुपये में मिल रहा एक बोतल पानी!

बता दें कि अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद से देश के हालात बदल चुके हैं. लोग जल्द से जल्द देश छोड़कर जाना चाहते हैं. जानकारी के मुताबिक, अफगानिस्तान से निकलने का एकमात्र रास्ता बचा हुआ है, काबुल एयरपोर्ट. वहीं दूसरी तरफ एयरपोर्ट पर खाने-पीने के सामानों के दाम आसमान छू रहे हैं.

afgan return demands citizenship
अफगानिस्तान से लौटे भारतीय

ये भी पढ़ें : काबुल से भारतीय, नेपाली नागरिकों को लेकर दिल्ली पहुंचेगा एयरफोर्स का विमान

काबुल एयरपोर्ट पर एक पानी की बोतल 40 डॉलर यानी 3000 रुपये में मिल रही है, जबकि चावल की एक प्लेट के लिए 100 डॉलर यानी लगभग 7500 रुपये खर्च करने पड़ रहे हैं. इतना ही नहीं एयरपोर्ट पर पानी या खाना कुछ भी खरीदना हो, यहां अफगानिस्तान की अपनी करेंसी भी नहीं ली जा रही. सिर्फ डॉलर में ही भुगतान स्वीकार किए जा रहे हैं. ऐसे में अफगानी नागरिकों को कठिन परिस्थितियों का सामना करना पड़ रहा है.

नई दिल्ली : अफगानिस्तान में बदले हालात के बाद वहां से लोगों का लगातार भारत आना जारी है. अफगानिस्तान से जो लोग तीन दशक पहले भारत आए वे लोग भारत सरकार से यहां की नागरिकता देने की गुहार लगा रहे हैं. उन्हें रोजगार से लेकर दूसरे कामों में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.

अफगानिस्तान में अब जो हालात हैं, उसके बाद वहां से भारतीय मूल के लोग अपने वतन वापस आ रहे हैं. अफगानिस्तान में काफी संख्या में भारतीय सिख, हिन्दू परिवार रह रहे थे, जो वापस भारत लौटे हैं, लेकिन कई सालों बाद भी उन्हें यहां की नागरिकता नहीं मिली है. अफगानिस्तान में फंसे लोगों को भारत सरकार वापस ला रही है. इसकी लोग जमकर सराहना कर रहे हैं.

अफगानिस्तान से लौट भारतीयों की दास्तां

सालों पहले लौट कर आए लोगों ने बताया कि नागरिकता नहीं मिलने के कारण उन्हें यहां काम करने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. उन्होंने अब देश के प्रधानमंत्री और गृह मंत्री से गुहार लगा रहे हैं कि नागरिकता दे दें.

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बता दें कि अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद से देश के हालात बदल चुके हैं. लोग जल्द से जल्द देश छोड़कर जाना चाहते हैं. जानकारी के मुताबिक, अफगानिस्तान से निकलने का एकमात्र रास्ता बचा हुआ है, काबुल एयरपोर्ट. वहीं दूसरी तरफ एयरपोर्ट पर खाने-पीने के सामानों के दाम आसमान छू रहे हैं.

afgan return demands citizenship
अफगानिस्तान से लौटे भारतीय

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काबुल एयरपोर्ट पर एक पानी की बोतल 40 डॉलर यानी 3000 रुपये में मिल रही है, जबकि चावल की एक प्लेट के लिए 100 डॉलर यानी लगभग 7500 रुपये खर्च करने पड़ रहे हैं. इतना ही नहीं एयरपोर्ट पर पानी या खाना कुछ भी खरीदना हो, यहां अफगानिस्तान की अपनी करेंसी भी नहीं ली जा रही. सिर्फ डॉलर में ही भुगतान स्वीकार किए जा रहे हैं. ऐसे में अफगानी नागरिकों को कठिन परिस्थितियों का सामना करना पड़ रहा है.

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