नई दिल्ली: उत्तर पूर्वी दिल्ली में हुई हिंसा प्रभावितों के लिए मुस्तफाबाद ईदगाह में चल रहे राहत शिविर में महामारी कोरोना से निबटने के लिए भी व्यापक इंतजाम किए जा रहे हैं, शिविर में मौजूद महिला पुरुषों के लिए यहां डॉक्टरों का एक विशेष कैंप भी लगाया गया है.
करीब बीस डॉक्टरों की टीम यहां दिन रात इलाज में लिए मौजूद है. मौसमी बीमारियों के साथ-साथ कोरोना वायरस से बचाव के लिए यहां लगातार लोगों को स्वास्थ्य के प्रति भी जागरूक किया जा रहा है. ईदगाह में चल रहे इस राहत शिविर की पूरी निगरानी दिल्ली वक्फ बोर्ड की टीम कर रही है.
गौरतलब है कि मुस्तफाबाद ईदगाह में दिल्ली सरकार की तरफ से उत्तर पूर्वी दिल्ली में हुई हिंसक वारदातों के पीड़ितों के लिए राहत शिविर लगाए गए हैं. जहां करीब एक हजार से बारह सौ महिला पुरुष और पीड़ित बच्चे ठहरे हुए हैं, दरअसल यह वह लोग हैं जिनके मकान दुकान आदि हिंसा की चपेट में आकर पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए हैं. ईदगाह में ही विभिन्न संगठनों के साथ ही दिल्ली वक्फ बोर्ड, दिल्ली माइनॉरिटी कमीशन, दिल्ली पुलिस, जमीअत उलेमा हिंद, और दूसरी यूनिट के पंडाल लगाए गए हैं.
राहत शिविर में डॉक्टर्स एसोसिएशन का कैंप
ईदगाह के बनाये गए राहत शिविर में पीड़ितों के लिए एक खास किस्म का मेडिकल हेल्थ कैंप भी लगाया गया है, दरअसल डॉक्टर्स यूनिटी वेलफेयर एसोसिएशन के बैनर तले चल रहे इस हैल्थ कैंप में करीब बीस काबिल डॉक्टरों की टीम काम कर रही है. इसके साथ गंभीर बीमार को तत्काल ही निकट के सरकारी अस्पताल या फिर दूसरे निजी अस्पतालों में रैफर कर दिया जाता है.
राहत शिविर में बांटे गए चार हजार मास्क
दिल्ली वक्फ बोर्ड की तरफ से राहत शिविर में मौजूद सयैद हैदर अली ने बताया कि इस कैंप में मौसमी बीमारियों के साथ-साथ कोरोना वायरस से निबटने के लिए भी खासे इंतजाम किए गए हैं. इतना ही नहीं कैंप में मौजूद लोगों को अब तक करीब चार हजार मास्क भी बांटे जा चुके हैं. इसमें साथ ही यहां मौजूद लोगों को लगातार जागरूक भी किया जा रहा है.