नई दिल्ली: दिल्ली की राऊज एवेन्यू कोर्ट ने डॉक्टर सुसाइड मामले के आरोपी और आम आदमी पार्टी के विधायक प्रकाश जारवाल की अंतरिम जमानत पर सुनवाई करते हुए फैसला सुरक्षित रख लिया है. एडिशनल सेशंस जज संजीव अग्रवाल ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के दौरान हुई सुनवाई के बाद कल यानि 5 जून को फैसला सुनाने का आदेश दिया.
जारवाल के बच्चे को कोरोना के संक्रमण का खतरा
जारवाल के ससुर की कोरोना की वजह से एलएनजेपी अस्पताल में 3 जून को मौत हो गई है. जारवाल की ओर से वकील रवि द्राल ने कहा कि प्रकाश जारवाल की पत्नी अपने पिता के साथ कई दिनों से रह रही थीं. उन्होंने भी अपने आपको क्वारंटाइन कर लिया है. प्रकाश जारवाल का बच्चा 11 महीने का है और उसे उनकी पत्नी ही देखभाल कर रही हैं. ऐसे में उनके बच्चे को भी कोरोना के संक्रमण होने का खतरा है.
ससुर के अंतिम संस्कार में होना जरूरी
याचिका में कहा गया था कि हिन्दू रीति के मुताबिक प्रकाश जारवाल के ससुर के अंतिम संस्कार के समय उनका उपस्थित होना जरूरी है. पिछले 28 मई को कोर्ट ने प्रकाश जारवाल की नियमित जमानत याचिका को खारिज कर दिया था. स्पेशल जज अजय कुमार ने कहा कि प्रकाश जारवाल के खिलाफ लगे आरोप गंभीर हैं.
9 मई को गिरफ्तार किया गया था
पिछले 17 मई को राऊज एवेन्यू कोर्ट ने प्रकाश जारवाल और उनके सहयोगी कपिल नागर को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेजा था. पिछले 14 मई को कोर्ट ने प्रकाश जारवाल और कपिल नागर को 17 मई तक की और पुलिस हिरासत में भेज दिया था. पिछले 8 मई को कोर्ट ने प्रकाश जारवाल और कपिल नागर के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया था. दिल्ली पुलिस ने जारवाल को पिछले 9 मई को गिरफ्तार किया था.
सुसाइड नोट में प्रकाश जारवाल का नाम
बता दें कि पिछले 18 अप्रैल को डॉक्टर राजेंद्र सिंह ने अपने घर में फांसी लगाकर खुदकुशी की थी. पुलिस ने डॉक्टर के यहां दो पेज का एक सुसाइड नोट बरामद किया था. सुसाइड नोट में प्रकाश जारवाल और कपिल नागर को जिम्मेदार ठहराया गया था. पुलिस ने एक डायरी भी बरामद की है, जिसमें डॉक्टर के कुछ पानी के टैंकर जल बोर्ड में चलने की बात कही गई है. डायरी में उन टैंकर्स के लिए प्रकाश जारवाल पर पैसे मांगने का आरोप लगाया गया है.