नई दिल्ली : उत्तर-पूर्वी राज्यों के लोगों के साथ राजधानी दिल्ली में होने वाले अपराधों में बीते 6 सालों में कमी आई है. इसके लिए दिल्ली पुलिस की स्पूनर (spuner) यूनिट काम कर रही है. 2014 में इस सेल का गठन किया गया था. अतिरिक्त आयुक्त हिबू तमांग ने बताया कि उत्तर पूर्वी राज्यों के लोगों की मदद के संबंध में आने वाले कॉल लगातार कम हो रहे हैं. इससे साफ है कि उनके प्रति होने वाले अपराधों में कमी आई है.
वर्ष 2014 में दिल्ली पुलिस के अंदर पहली बार उत्तर पूर्वी राज्यों के लोगों के लिए स्पेशल पुलिस यूनिट फ़ॉर नार्थ ईस्ट रिजन (spuner) का गठन किया गया था. इसमें उत्तर पूर्वी राज्यों के लगभग 100 पुलिसकर्मी कार्यरत हैं. यह सेल 24 घंटे अलग-अलग शिफ्ट में उत्तर पूर्वी राज्यों के लोगों की मदद के लिए काम करते हैं. इसके अलावा उनके खिलाफ होने वाले अपराधों को कम करने के लिए लोगों के बीच जागरूकता अभियान भी चलाती है. उत्तर-पूर्वी राज्य का कोई भी व्यक्ति मुसीबत के समय में मालवीय नगर स्थित इस दफ्तर में जाकर अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं.
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2014 में ही दिल्ली पुलिस ने उत्तर-पूर्वी राज्य के लोगों के लिए एक अलग हेल्पलाइन नंबर 1093 जारी किया था. यह हेल्प लाइन नंबर 24 घंटे सेवा के लिए उपलब्ध रहती है. भाषायी गतिरोध से बचने के लिए यहां पर भी नॉर्थ ईस्ट के पुलिस कर्मी मौजूद रहते हैं. यहां पर आने वाली शिकायत की जानकारी लोकल पुलिस को दी जाती है. इसके साथ ही पीड़ितों की मदद के लिए एक टीम मौके पर भी पहुंचती है. हेल्पलाइन नंबर पर मिलने वाली शिकायतों में नॉर्थ-ईस्ट के लोगों के साथ झगड़ा, सड़क हादसे, स्टाकिंग, किसी पड़ोसी द्वारा परेशान करना, अभद्र टिप्पणी करना शामिल हैं.
हिबू तमांग ने बताया कि नॉर्थ-ईस्ट के लोगों की कानूनी मदद के लिए दिल्ली लीगल सर्विस अथॉरिटी (DLSA) पीड़ित को वकील मुहैया कराती है. ये वकील मामले में एफआईआर दर्ज करवाने से लेकर कानूनी लड़ाई में उनकी फ्री में मदद करते हैं. इसके साथ ही एनसीआर के 48 अस्पतालों में उत्तर पूर्वी राज्यों के लोगों को उपचार के खर्च में छूट दिलवाने का काम भी दिल्ली पुलिस कर रही है. दिल्ली पुलिस ने इन लोगों की मदद के लिए फेसबुक पेज और व्हाट्सएप ग्रुप भी बनाए हैं. इसके अलावा काफी संख्या में युवा वालंटियर्स बनाये गए हैं जो कॉल मिलने पर खुद भी इनकी मदद के लिए पहुंचते हैं. हाल में जिस तरीके की घटना सफदरजंग एनक्लेव में हुई है, इसे लेकर भी उनकी टीम मॉनिटरिंग कर रही है. मामले की जांच के लिए उत्तर पूर्वी राज्य की एक महिला सब इंस्पेक्टर को इसका जांच अधिकारी बनाया गया है.
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अतिरिक्त आयुक्त हिबु तमांग बीते पांच साल से इस यूनिट का कार्यभार संभाल रहे हैं. इस यूनिट ने उत्तर-पूर्वी राज्य के साथियों की लगातार मदद की है. इसके अलावा दिल्ली में लोग उनके प्रति काफी जागरूक भी हुए हैं. यही वजह है कि उनके खिलाफ होने वाले अपराधों में कमी आ रही है. दिल्ली पुलिस की तरफ से यह साफ संदेश है कि उत्तर पूर्वी राज्यों के लोगों के साथ दुर्व्यवहार करने वालों पर जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई जाएगी. अगर उन पर कोई फब्तियां कसता है, कोई पीछा करता है या परेशान करता है तो उसके खिलाफ सख्त एक्शन लिया जाएगा.
बता दें कि हाल ही में सोशल मीडिया पर नॉर्थ ईस्ट की लड़कियों से छेड़छाड़ का एक वीडियो वायरल हो रहा था, जिस मामले में पुलिस के हाथ अब तक खाली हैं. दरअसल वायरल वीडियो में लड़के इन लड़कियों से उनके रेट पूछ रहे थे. मामले में दिल्ली महिला आयोग ने स्वतः संज्ञान लेते हुए दिल्ली पुलिस को नोटिस जारी किया. सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा वीडियो 10 मिनट का था. इस वीडियो में लड़कियां अपनी आपबीती भी बता रही हैं. लड़कियों के अनुसार, जब वो रात में हौज़ खास में खड़ी थीं तो लड़कों के इस ग्रुप ने उन्हें रोका और उनसे पूछा की तुम्हारा रेट कितना है. इस पर लड़कियां आक्रोशित हो गईं और वीडियो बनाना शुरू कर दिया. इसके बाद लड़के वीडियो में माफी मांगते नजर आए.
हेल्पलाइन नंबर 1093 पर मिली शिकायतों की जानकारी | ||
वर्ष | शिकायतें | दर्ज मामले |
2014 | 604 | 280 |
2015 | 794 | 295 |
2016 | 969 | 230 |
2017 | 1113 | 187 |
2018 | 1068 | 229 |
2019 | 997 | 235 |
2020 | 898 | 164 |
2021 | 442 (21 जुलाई तक) | 60 (30 जून तक) |