नई दिल्ली: जहां एक तरफ कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. वहीं कई सारे पुलिस वाले ठीक होने के बाद दूसरे मरीजों की जान को बचाने में भी अहम भूमिका निभा रहे हैं. कोरोना से उभर चुके पुलिसकर्मियों के द्वारा डोनेट किए गए प्लाज्मा की वजह से डॉक्टरों ने अब तक 350 से ज्यादा कोरोना के मरीजों की जान बचाने में मदद मिली है.
इनमें से कुछ मरीज तो बेहद गंभीर हालत में थे. इस मामले में साउथ वेस्ट डिस्ट्रिक के कापासेड़ा थाने में तैनात हेड कांस्टेबल कृष्ण कुमार ने अलग ही मिसाल पेश की है. जिन्होंने कोरोना से उभरने के बाद जरूरतमंद लोगों को पांच बार प्लाज्मा डोनेट किया.
पुलिस कमिश्नर ने की सराहना
दिल्ली पुलिस कमिश्नर एसएन श्रीवास्तव ने हेड कांस्टेबल कृष्ण कुमार और उनके जैसे तमाम पुलिसकर्मियों की सराहना की है, जो न केवल अपनी ड्यूटी निभाते वक्त कोरोना से संक्रमित हो गए, बल्कि ठीक होने के बाद दूसरे लोगों की जान बचाने में अहम भूमिका निभाई.
दिल्ली पुलिस के 6937 अधिकारी और कर्मी हुए कोरोना संक्रमित
दिल्ली पुलिस प्रवक्ता और नई दिल्ली के डीसीपी डॉक्टर ईश सिंघल ने बताया कि दिल्ली पुलिस के 6937 अधिकारी और कर्मचारी कोरोना संक्रमित हो चुके हैं जो पूरी पुलिस फोर्स का 8.52 प्रतिशत है. हालांकि इनमें से 87.77 प्रतिशत यानी कुल 6089 पुलिस कर्मी अब ठीक हो चुके हैं, जबकि 822 पुलिसकर्मियों को अभी भी पूरी तरह से रिकवर होना बाकी है. इस दौरान 26 पुलिसकर्मियों की कोरोनावायरस से मौत भी हो चुकी है.
प्लाज्मा डोनेट कर मरीजों की जान बचाने में निभाई अहम भूमिका
इतना ही नहीं कोरोना को हराने के बाद अपनी ड्यूटी से एक कदम आगे जाकर ठीक हुए पुलिसकर्मियों ने प्लाज्मा डोनेट करके दूसरे मरीजों की जान बचाने में भी अहम भूमिका निभाई और जब जिसे जहां भी जरूरी था उसकी मदद के लिए पहुंचे.
हेड कांस्टेबल किशन कुमार ने 5 बार डोनेट किया प्लाज्मा
पुलिस प्रवक्ता के अनुसार दिल्ली पुलिस के 323 अधिकारी और कर्मचारी प्लाज्मा डोनेट कर चुके हैं 134 पुलिसकर्मी ऐसे भी है. जिन्होंने पूरी तरह से अनजान लोगों को प्लाज्मा डोनेट कर उनकी जानें बचाई. इसमें सबसे ऊपर साउथ रजिस्ट्री के कापसहेड़ा थाने में तैनात हेड कांस्टेबल कृष्ण कुमार का नाम है जो ठीक होने के बाद अब तक 5 बार प्लाज्मा डोनेट कर चुके हैं.