नई दिल्ली: राजधानी में कोरोना वायरस से संक्रमण के मामले लगातार बढ़ते जा रहा है. दिल्ली में यह आंकड़ा अब हज़ार के पार पहुंच चुका है. रविवार को मीडिया से बातचीत में सत्येंद्र जैन ने बताया कि पूरी दिल्ली में अभी कोरोना के 1069 केस हैं, जिनमें से निजामुद्दीन में जो ऑपरेशन किया गया था, उसके 712 मामले हैं. उन्होंने यह भी बताया कि दिल्ली में अब तक 19 मौतें हो चुकी हैं, वहीं 54 लोग आईसीयू में हैं और 8 वेंटिलेटर पर.
'स्पेशल ऑपरेशन' लिखने का बताया कारण
दिल्ली सरकार अब हेल्थ बुलेटिन में मरकज़ का जिक्र नहीं कर रही है. स्वास्थ्य मंत्री ने भी अपने बयान में इसे स्पेशल ऑपरेशन कहा. इसे लेकर सवाल पूछे जाने पर सत्येंद्र जैन में कहा कि दिल्ली में कई जगह पर हमने ऑपरेशन चला हुआ था, उनमें सिर्फ मरकज़ ही एक जगह नहीं थी, इसलिए उन सभी को हमने इकट्ठा करके स्पेशल ऑपरेशन नाम दे दिया है.
'लॉकडाउन का बड़ा फायदा हुआ'
अभी तक के लॉकडाउन को लेकर सत्येंद्र जैन ने कहा कि लॉकडाउन का बहुत फायदा मिला है. अगर लॉकडाउन नहीं होता, तो अभी जितने कोरोना के केस हैं, उसके 100 गुना ज्यादा केस होते. अभी दिल्ली में एक हज़ार केस हैं, लेकिन लॉकडाउन नहीं होने पर यह संख्या एक लाख से ज्यादा तक पहुंच गई होती. उनका यह भी कहना था कि लॉक डाउन को 2 हफ्ते बढ़ाने की जो सहमति बनी है, उससे लगता है कि काफी हद तक कोरोना के मामले रुक जाएंगे.
'लॉकडाउन और कड़ाई से लागू होगा'
सत्येंद्र जैन ने कहा कि इस बार लॉकडाउन को और भी प्रॉपर तरीके से लागू कराया जाएगा. जो 33 एरिया सील किए गए हैं, उसपर पूरा ध्यान रखा जा रहा है. हर घर, एक-एक आदमी को हम स्कैन कर रहे हैं. यह टेस्ट किया जा रहा है कि कहीं किसी में कोरोना के लक्षण या इंफेक्शन तो नहीं है. स्वास्थ्य मंत्री का यह भी कहना था कि देश के कई जिले हैं, जहां एक भी केस नहीं हैं. लेकिन दिल्ली का मामला अलग है. यहां एक ही रणनीति बनानी पड़ेगी, क्योंकि इसका क्षेत्रफल ज्यादा नहीं है, इसलिए यहां जो भी लॉकडाउन होगा, पूरी दिल्ली में लागू होगा.