नई दिल्ली: दिल्ली में एक बार फिर बिजली के बिलों को लेकर मुद्दा गरमा गया है. इसी कड़ी में आज दिल्ली भाजपा ने 70 विधानसभाओं में 70 जगह बिजली के बढ़े हुए बिलों को लेकर जन आंदोलन किया.
वहीं मादीपुर विधानसभा के पंजाबी बाग के क्षेत्र में भी भाजपा नेता कैलाश सांकला ने राजा गार्डन और रघुवीर नगर के पार्षदों के साथ मिलकर बिजली के बढ़े हुए बिलों को लेकर जन आंदोलन किया और दिल्ली सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की.
'बोझ सरकार द्वारा जानबूझ कर डाला जा रहा है'
कैलाश सांकला ने ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान स्पष्ट तौर पर कहा कि फिक्स्ड चार्ज के नाम पर दिल्ली की जनता के ऊपर अतिरिक्त बोझ सरकार द्वारा जानबूझ कर डाला जा रहा है. साथ ही बिजली के बिल बिना रीडिंग के एवरेज से भेजे जा रहे हैं. जिसकी वजह से राजधानी दिल्ली की जनता पर अतिरिक्त भार पड़ रहा है. दिल्ली सरकार लगातार करोड़ों रुपये जो विज्ञापन में बहा रही है, उसकी बजाए सरकार को उस रुपये का सदुपयोग करके दिल्ली की जनता को राहत देनी चाहिए.
'जनता दिल्ली सरकार को कोस रही है'
उन्होंने कहा कि आज 4 महीने से दिल्ली में काम धंधा ठप्प है, लेकिन उसके बावजूद भी लाखों रुपये व्यापारियों से फिक्स्ड चार्ज के नाम पर वसूले जा रहे हैं. जबकि उनकी दुकान और फैक्ट्रियों के मीटर बंद थे. वहीं राजा गार्डन की पार्षद सुषमा चोपड़ा ने कहा कि दिल्ली सरकार फिक्स्ड चार्ज के नाम पर जनता के ऊपर अतिरिक्त भार डाल रही है जो गलत है. आज जनता दिल्ली सरकार को कोस रही है.
कुल मिलाकर देखा जाए तो देश की दिल्ली में एक बार फिर बिजली के बिलों को लेकर राजनीति गरमा गई है. दिल्ली भाजपा के द्वारा दिल्ली की सभी 70 विधानसभाओं में बिजली के बढ़े बिलों को लेकर आज जन आंदोलन किया गया. दिल्ली भाजपा की मांग है कि दिल्ली में बढ़े हुए बिजली के बिलों को वापस लिया जाए. साथ ही लोगों के ऊपर जो फिक्स चार्ज के नाम पर अतिरिक्त बोझ डाला जा रहा है, उसे भी हटाया जाए.