नई दिल्ली: वैश्विक महामारी कोरोना का बच्चों के मानसिक और शारीरिक जीवन पर क्या कुछ असर पड़ा, और उनकी शिक्षा को लेकर क्या कुछ बदलाव किए गए? इसको लेकर दिल्ली बाल संरक्षण अधिकार आयोग जनरल प्रकाशित करेगा. इसके लिए तमाम शिक्षकों और स्कूल के अधिकारियों से आवेदन मांगे गए हैं.
डीसीपीसीआर सभी स्कूलों और स्कूल मैनेजमेंट कमिटी (एसएमसी) से इसके लिए अपने अपने सुझाव देने के लिए कहा है जिसे जमा करने की अंतिम तारीख 20 जनवरी है, इसी कड़ी में शिक्षा निदेशालय ने सभी सरकारी स्कूलों को कहा है कि स्कूल बंद होने के चलते बच्चों को ऑनलाइन क्लास या पढ़ाने के लिए जो भी इनोवेशन या फिर अलग-अलग एक्टिविटी कराई गई है, जिससे कि बच्चों की शिक्षा बाधित हो ना हो, साथ ही उनके मानसिक स्वास्थ्य पर महामारी का असर ना पड़े, इसको लेकर टीचरों ने जो कार्य किए हैं वह डीसीपीसीआर को बताए जाएं.
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डीसीपीसीआर ने शिक्षकों से मांगे सुझाव
डीसीपीसीआर की तरफ से कहा गया है कि महामारी के चलते स्कूल कॉलेज बंद होने के कारण तमाम स्कूल टीचरों और एसएमसी मेंबर द्वारा एक महत्वपूर्ण भूमिका अदा की गई है, ऐसे में उनके सुझाव प्रकाशित किया जाना आवश्यक है. इसके लिए तमाम शिक्षक और एसएमसी मेंबर 20 जनवरी तक अपने सुझाव जमा करा सकते हैं. इसके साथ ही डीसीपीसीआर महामारी के दौरान बच्चों की शिक्षा, सेहत और सुरक्षा से जुड़े अहम पहलुओं पर भी जानकारी इकट्ठा कर रहा है.