ETV Bharat / city

सेंधमारी मामले में फरार डीजे चलाने वाले को क्राइम ब्रांच ने किया गिरफ्तार - दिल्ली में सेंधमारी के मामले

दिल्ली क्राइम ब्रांच पुलिस (Delhi Crime Branch) ने सेंधमारी के मामले में फरार चल रहे एक आरोपी को गिरफ्तार किया है. अदालत ने उसे भगोड़ा घोषित कर रखा था. आरोपी डीजे का काम करता था.

delhi crime news update
दिल्ली अपराध समाचार
author img

By

Published : Aug 9, 2022, 8:06 PM IST

नई दिल्ली : राजेन्द्र नगर में हुई सेंधमारी के मामले (Burglary Case) में फरार चल रहे आरोपी रितिक मलिक को क्राइम ब्रांच (Crime Branch) ने गिरफ्तार कर लिया है. दिसंबर 2021 में हुई इस सेंधमारी के मामले में अदालत ने उसे भगोड़ा घोषित कर रखा था. आरोपी डीजे का काम करता था. जल्दी रुपये कमाने के लिए उसने सेंधमारी की वारदात को अंजाम दिया था.

डीसीपी विचित्र वीर के अनुसार हवलदार प्रदीप को सूचना मिली थी कि रितिक मलिक सेंधमारी में वांछित चल रहा है. उसके खिलाफ 2021 में सेंधमारी की एफआईआर राजेन्द्र नगर थाने में अमित जैन के बयान पर दर्ज हुई थी. उन्होंने बताया था कि वह अपनी शादी की 25वीं सालगिरह मनाने के लिए 5 दिसंबर 2021 को जीटी करनाल रोड गए थे. वहां से जब परिवार के सदस्य लौटे तो घर पर लगा ताला टूटा हुआ था. घर के भीतर रखी नकदी एवं गहने चोरी कर बदमाश फरार हो गए थे. उनकी शिकायत पर एफआईआर दर्ज कर पुलिस ने 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया था.

ये भी पढ़ें : फर्जी इंडियन वीजा बनाने वाले दो अफ्रीकी अरेस्ट, जानिए इनके और भी कारनामे

आरोपियों ने पुलिस के समक्ष खुलासा किया था कि इस वारदात में रितिक मलिक भी शामिल था. इस खुलासे के बाद से वह फरार चल रहा था. अदालत ने 29 जुलाई 2022 को उसे भगोड़ा घोषित किया था. हवलदार प्रदीप को सूचना मिली कि वह सुल्तान पुरी इलाके में छिपा हुआ है. एसीपी नरेंद्र सिंह की देखरेख में पुलिस टीम ने छापा मारकर उसे गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तार किया गया रितिक मूल रूप से मेरठ का रहने वाला है. वह दिल्ली के मांगेराम पार्क इलाके में रहता था. वह डीजे का काम करता था. वह बुरी संगत में पड़कर सेंधमारी करने लगा.

ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत एप

नई दिल्ली : राजेन्द्र नगर में हुई सेंधमारी के मामले (Burglary Case) में फरार चल रहे आरोपी रितिक मलिक को क्राइम ब्रांच (Crime Branch) ने गिरफ्तार कर लिया है. दिसंबर 2021 में हुई इस सेंधमारी के मामले में अदालत ने उसे भगोड़ा घोषित कर रखा था. आरोपी डीजे का काम करता था. जल्दी रुपये कमाने के लिए उसने सेंधमारी की वारदात को अंजाम दिया था.

डीसीपी विचित्र वीर के अनुसार हवलदार प्रदीप को सूचना मिली थी कि रितिक मलिक सेंधमारी में वांछित चल रहा है. उसके खिलाफ 2021 में सेंधमारी की एफआईआर राजेन्द्र नगर थाने में अमित जैन के बयान पर दर्ज हुई थी. उन्होंने बताया था कि वह अपनी शादी की 25वीं सालगिरह मनाने के लिए 5 दिसंबर 2021 को जीटी करनाल रोड गए थे. वहां से जब परिवार के सदस्य लौटे तो घर पर लगा ताला टूटा हुआ था. घर के भीतर रखी नकदी एवं गहने चोरी कर बदमाश फरार हो गए थे. उनकी शिकायत पर एफआईआर दर्ज कर पुलिस ने 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया था.

ये भी पढ़ें : फर्जी इंडियन वीजा बनाने वाले दो अफ्रीकी अरेस्ट, जानिए इनके और भी कारनामे

आरोपियों ने पुलिस के समक्ष खुलासा किया था कि इस वारदात में रितिक मलिक भी शामिल था. इस खुलासे के बाद से वह फरार चल रहा था. अदालत ने 29 जुलाई 2022 को उसे भगोड़ा घोषित किया था. हवलदार प्रदीप को सूचना मिली कि वह सुल्तान पुरी इलाके में छिपा हुआ है. एसीपी नरेंद्र सिंह की देखरेख में पुलिस टीम ने छापा मारकर उसे गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तार किया गया रितिक मूल रूप से मेरठ का रहने वाला है. वह दिल्ली के मांगेराम पार्क इलाके में रहता था. वह डीजे का काम करता था. वह बुरी संगत में पड़कर सेंधमारी करने लगा.

ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत एप

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.