नई दिल्ली: सन 1971 में बांग्लादेश को आजाद कराने के लिए भारत और पाकिस्तान के बीच हुए युद्ध को बुधवार को 50 वर्ष पूरे हो गए हैं. 13 दिन तक चले इस युद्ध में पाकिस्तानी सेना ने भारतीय सेना के सामने आत्मसमर्पण कर दिया था. इसके बाद से 16 दिसंबर कि ऐतिहासिक तिथि को देशभर में "विजय दिवस" के रूप में मनाया जाने लगा. विजय दिवस की 50वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में बीएसएफ के त्रिपुरा फ्रंटियर ने युद्ध में शहीद हुए वीर जवानों कि याद में पुष्पांजलि कार्यक्रम का आयोजन किया.
बीएसएफ के अधिकारी, स्थानीय लोग और स्कूली बच्चे हुए शामिल
कार्यक्रम की अध्यक्षता बीएसएफ के त्रिपुरा फ्रंटियर के इंस्पेक्टर जनरल सुशांत कुमार नाथ और बांग्लादेश सहायक उच्चायोग के प्रथम सचिव एसएम असदुज्जमां द्वारा की गई. इसमें बीएसएफ के वरिष्ठ अअधिकारी, जिला मजिस्ट्रेट, स्थानीय ग्राम पंचायत के सदस्य, स्थानीय लोग और स्कूली बच्चों ने भाग लिया. समारोह के दौरान बांग्लादेश लिबरेशन वॉर - 1971 के शहीदों को श्रद्धांजलि दी गई. युद्ध के दिग्गजों को सम्मानित किया गया. स्कूल के छात्रों द्वारा वंदे मातरम गीत सुनाया गया. बीएसएफ ब्रास बैंड द्वारा भी देशभक्ति गीत बजाए गए.
मिठाइयों और शुभकामनाओं का किया गया आदान-प्रदान
दोनों सीमा सुरक्षा बलों के बीच मैत्रीपूर्ण संबंधों को बढ़ावा देने के लिए बांग्लादेश के बॉर्डर गार्ड के साथ मिठाइयों और शुभकामनाओं का आदान-प्रदान किया गया.