नई दिल्ली: उत्तर पूर्वी दिल्ली के यमुना विहार सी ब्लॉक स्थित शिव साधना मन्दिर में सम्मान समारोह के नाम से इस बैठक का आयोजन किया गया. बैठक का सबसे अहम मकसद पुजारियों और ब्राह्मण समाज को एकजुट करना था. बैठक की शुरुआत गणेश वंदना स्वस्तिवाचन और द्वीप प्रज्वलन से की गई,कार्यक्रम की अध्यक्षता पुजारी महासंघ के अध्यक्ष आचार्य प. गिरधारी लाल शर्मा ने की. बैठक में महासंघ की तरफ से पंडित राहुल कृष्ण भारद्वाज, आचार्य पंडित तारा दत्त मिश्रा, हरगोविंद अवस्थी, आचार्य परितोष उपाध्याय, पंडित अंकितानंद गोस्वामी समेत बहुत से पुजारियों ने हिस्सा लिया.
करौली की घटना पर जताया आक्रोश
बैठक में राजस्थान के करौली में राधा गोविंद मंदिर के पुजारी को जिंदा जलाने की घटना पर गहरा रोष व्यक्त करते हुए पुजारी महासंघ की तरफ से एक ज्ञापन राजस्थान सरकार को भी प्रेषित किया गया. जिसमें पुजारी बाबूलाल वैष्णव के हत्यारों को तुरंत गिरफ्तार करके फांसी की सजा दिए जाने के साथ ही पीड़ित परिवार को सरकारी सहायता दिए जाने की मांग की गई. बैठक के दौरान दिल्ली के विभिन्न हिस्सों से पहुंचने वाले पुजारियों एवं महासंघ से जुड़े पुजारियों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया. बैठक के दौरान राजस्थान में मारे गए ब्रह्मण की आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन भी रखा गया.
संगठन से जुड़कर सरकार के सामने रखें पुजारियों कि समस्याएं
बैठक में पहुंचे पदाधिकारियों ने पुजारियों से आह्वान किया कि ज्यादा से ज्यादा संगठन से जुड़ने और पुजारियों के साथ होने वाली समस्या को लेकर अपनी आवाज सरकार के सामने उठाई जाए ताकि सरकार पुजारियों की समस्याओं का समाधान शीघ्र-अतिशीघ्र कर सके. इस बैठक का मुख्य उद्देश्य ब्राह्मण और पुजारियों को संगठित करना था.
ब्राह्मण समाज की अनदेखी से बढ़ रही है घटनाएं
इस मौके पर ने डॉ.नीति शर्मा ने कहा कि पालघर में हुई ब्राह्मण की हत्या के बाद यह बहुत ज्यादा अहम हो जाता है कि पुजारी और ब्राह्मण समाज को एकजुट करते हुए उनकी रक्षा और सुरक्षा को सुनिश्चित किया जा सके. त्रेता युग, कलयुग और आदी कालों से ब्राह्मण सृष्टि का मार्गदर्शक रहा है, आज हम बुद्धिजीवी हो सकते हैं, लेकिन बुद्धि बिना ज्ञान के दिशाहीन हो जाती है. ज्ञान की प्राप्ति केवल और केवल ब्राह्मण से होती है. अगर हम ब्राह्मण को मारेंगे, प्रताड़ित करेंगे तो सृष्टि का संहार सुनिश्चित है. आज समाज में होने वाली सारी घटनाओं का प्रमुख कारण समाज का ब्राह्मण वर्ग की तरफ ध्यान नहीं देना है.