नई दिल्ली: पपरावट गांव में घरों के पानी की निकासी के लिए बनाया गया जोहड़ अब लोगों की लिए मुसीबत बन गया है. लोगों की बढ़ती आबादी के कारण गांव में घरों की संख्या भी लगातार बढ़ रही है. ऐसे में लोगों ने अपने घरों का पानी इस जोहड़ में बहाने के साथ-साथ कूड़ा भी फेंकना शुरू कर दिया है. इसके चलते इस जोहड़ की चारदीवारी करने के लिए टेंडर निकाला गया था. पर टेंडर पास होने के 2 साल बाद भी चारदीवारी का कार्य शुरू नहीं किया गया.
चारदीवारी नहीं होने से बच्चे और पशु डूबे
स्थानीय निवासी यतेंद्र यादव ने बताया कि जोहड़ की चारदीवारी नहीं होने से इसमें 2 बच्चे और 2 पशु भी डूब गए थे. जिसके कारण गांव वालों ने इस जोहड़ के चारों ओर दीवार बनाने के लिए गुहार लगाई थी. वहीं गांव के दूसरे निवासी सुमित यादव ने बताया कि इस जोहड़ में कूड़ा फेंके जाने से यहां गंदी बदबू आने के साथ-साथ बीमारियों का खतरा फैल रहा है. ऐसे में इस जोहड़ के आसपास रहने वाले लोगों को काफी दिक्कत होती है. इसके अलावा उन्होंने यह भी बताया कि गांव में अन्य तीन चार जोहड़ भी है. जिन का नवीनीकरण या सुंदरीकरण किया जा रहा है. लेकिन 2 साल पहले इस जोहड़ के लिए टेंडर पास होने के बाद भी इसकी चारदीवारी का कार्य शुरू नहीं किया गया है.
चारदीवारी होने से लोगों को मिलेगी सुविधा
गांव के लोगों का यही कहना है कि जल्द से जल्द इस जोहड़ के चारों और दीवार बनाने का कार्य शुरू कर दिया जाए. जिससे कि ना तो लोग इस जोहड़ में कूड़ा फेंक सकेंगे और ना ही इससे आने वाली बदबू लोगों के घरों तक पहुंच सकेगी.