नई दिल्ली: जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में विभाजन विभीषिका पर वेबीनार आयोजित किया गया. इस वेबिनार में बीजेपी के वरिष्ठ नेता राम माधव, डॉ. विनय सहस्त्रबुद्धे आदि ने विभाजन को लेकर अपना वक्तव्य रखा. इस दौरान वक्ताओं ने कहा कि विभाजन में हजारों बेगुनाहों के जान गई है. वह मंजर काफी डरावना था. बता दें कि 15 अगस्त के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हर वर्ष 14 अगस्त को विभाजन विभीषिका दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की थी. वहीं जेएनयू में 2 सितंबर को हुई एग्जीक्यूटिव काउंसिल की बैठक में इसे हर वर्ष मनाने का फैसला किया गया. इसी कड़ी में आज विभाजन की त्रासदी को याद करते हुए एक वेबिनार आयोजित किया गया था.
ये भी पढ़ें: BJP ने 'विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस' मनाने के फैसले के लिए प्रधानमंत्री की तारीफ की
वहीं इस वेबीनार में बीजेपी के वरिष्ठ नेता राम माधव, डॉ. विनय सहस्त्रबुद्धे आदि वक्ताओं ने कहा कि 1947 में हुआ विभाजन एक झूठा तर्क था. विभाजन की नीति की वजह से हजारों बेगुनाहों को अपनी जान की कुर्बानी देनी पड़ी. विभाजन के कारण लोग काफी तनाव और डरे हुए थे. इस दौरान जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर एम. जगदीश कुमार ने कहा कि हमें खुशी है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हर वर्ष 14 अगस्त को विभाजन विभीषिका दिवस मनाने की घोषणा किया. इस कड़ी में उन्होंने कहा कि जेएनयू सबसे पहला शिक्षण संस्थान है जो 14 अगस्त हुए विभाजन पर कार्यक्रम आयोजित कर रहा है. इसके अलावा उन्होंने कहा कि हमें आजादी दिलाने वाले सेनानियों के बलिदान को याद करते रहेंगे.