नई दिल्ली : दिल्ली के बुराड़ी इलाके में प्रवासी मजदूरों को उनके घर भेजने के लिए सर्वे का काम शुरू किया गया है. भारतीय जनता पार्टी के नेता गोपाल झा अलग-अलग कॉलोनियों में जाकर मजदूरों से मिल रहे हैं और सर्वे करके लिस्ट तैयार की जा रही है. इस लिस्ट को राज्य सरकार और केंद्र सरकार तक पहुंचाया जाएगा ताकि बुराड़ी इलाके में फंसे हुए प्रवासी मजदूरों को बस या ट्रेन के माध्यम से उनके घरों तक पहुंचाया जा सके.
लॉकडाउन के तीसरे चरण की घोषणा के बाद से ही जैसे-जैसे दिन बीत रहे हैं प्रवासी मजदूरों के सब्र का बांध भी टूटता जा रहा है. अपने घर से कई सौ किलोमीटर दूर दिल्ली में रह रहे मजदूर पल-पल बस यही सोच रहे हैं की किसी भी तरीके से उनको उनके घर तक पहुंचा दिया जाए. आखिरकार ऐसे मजदूरों के लिए एक अच्छी खबर है कि बुराड़ी इलाके में सर्वे का काम शुरू हो चुका है.
2 महीने से फंसे हैं मजदूर
यह सर्वे उन मजदूरों का किया जा रहा है जो प्रवासी मजदूर बुराड़ी इलाके में फंसे हुए हैं और अपने घर जाना चाहते हैं. इसमें ज्यादातर संख्या बिहार से आए हुए मजदूरों की है जो कि यहां पर रोजी-रोटी की तलाश में आए थे, लेकिन लॉकडाउन के चलते पिछले 2 महीने से यहां फंसे हुए हैं और काम भी पूरी तरीके से बंद है.
गोपाल झा लड़ चुके हैं चुनाव
इन प्रवासी मजदूरों के लिए सबसे बड़ी समस्या यह है कि इनमें से कई लोग लिखना नहीं जानते. इसलिए भारतीय जनता पार्टी के नेता गोपाल झा जो कि विधानसभा चुनाव भी लड़ चुके हैं वह अब विधानसभा की अलग-अलग कॉलोनियों में हर रोज पहुंच रहे हैं और वहां रह रहे मजदूरों से फिर से मुलाकात करके उनकी लिस्ट तैयार कर रहे हैं.
केंद्र और राज्य को दी जाएगी लिस्ट
यह सर्वे मौखिक तौर पर नहीं है बल्कि इसमें सभी के आधार कार्ड की फोटोकॉपी ली जा रही है. इसके बाद यह पूरी लिस्ट केंद्र सरकार और राज्य सरकार तक भेजी जाएगी और कोशिश यही की जा रही है कि जल्द से जल्द जो भी प्रवासी मजदूर अपने घर जाना चाहता हैं उनके लिए बस या ट्रेन की व्यवस्था करवाई जा सके. आखिरकार सर्वे का काम तो बुराड़ी इलाके में शुरू हो गया है, लेकिन अब देखना यह होगा कि जो प्रवासी मजदूर अपने घर जाने की राह 2 महीने से ताक रहे हैं उनकी यह आस कब तक पूरी हो जाती है.