नई दिल्ली: दिल्ली में महिलाओं के लिए मेट्रो और बसों को फ्री करने का मामला चिट्ठी-पत्री में उलझता जा रहा है. इसे लेकर आम आदमी पार्टी और बीजेपी में चल रहे आरोप-प्रत्यारोपों के बीच में अब मेट्रो मैन यानी ई श्रीधरन भी आ गए हैं.
दरअसल, मेट्रो में महिलाओं के फ्री यात्रा करने के दिल्ली सरकार के फैसले पर श्रीधरन ने पीएम मोदी को चिट्ठी लिखकर इस योजना को लागू न होने देने की अपील की थी. इस चिट्ठी के बाद दिल्ली सरकार के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने उनको जवाब दिया था. जिसके बाद श्रीधरन ने सिसोदिया को भी एक चिट्ठी लिखी थी. अब इस चिट्ठी का जवाब आम आदमी पार्टी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके दिया.
मेट्रो मैन पर लगाया आरोप
पार्टी मुख्यालय में एक कॉन्फ्रेंस के दौरान आतिशी ने ई श्रीधरन पर आरोप लगाया है कि बीजेपी उनके कंधे पर बंदूक रखकर चला रही है. आतिशी ने कहा कि श्रीधरन जी ने जो चिट्ठी लिखी है, उसे पढ़ने के बाद ऐसा लगता है कि श्रीधरन जी भाजपा की जुबान बोल रहे हैं.
आम आदमी पार्टी की इस योजना को लेकर श्रीधरन द्वारा यह कहने कि इससे मेट्रो पर अतिरिक्त आर्थिक भार पड़ेगा. इस पर आतिशी ने कहा कि जब केंद्र सरकार ने मेट्रो में सीनियर सिटीजन और विद्यार्थियों के लिए किराए में छूट का प्रस्ताव रखा था, तब श्रीधरन जी ने कोई आपत्ति क्यों नहीं जताई?
एयरपोर्ट मेट्रो लाइन में हुई वित्तीय अनियमितता का जिक्र करते हुए आतिशी ने कहा कि उस समय श्रीधरन जी दिल्ली मेट्रो के चेयरमैन थे. इस अनियमितता पर दिल्ली सरकार ने उस पर एक डिटेल रिपोर्ट भी उन्हें सौंपी थी और सीबीआई जांच की मांग की थी, लेकिन उसमें सीबीआई जांच नहीं होने दी गई. श्रीधरन जी ने उस पर आपत्ति क्यों नहीं जताई?
आतिशी ने यहां तक कहा कि क्या श्रीधरन जी भाजपा द्वारा उस समय मेट्रो में हुए भ्रष्टाचार को छुपाने का एहसान चुका रहे हैं? ई श्रीधरन की चिट्ठी में कहा गया है कि दिल्ली मेट्रो भी अपनी क्षमता का केवल 65% ही इस्तेमाल में ला पा रही है. इसपर प्रतिक्रिया देते हुए आतिशी ने कहा कि श्रीधरन जी की जानकारी गलत है. हम उनसे पूछना चाहते हैं कि दिल्ली मेट्रो द्वारा प्रस्तुत की गई डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट, जिसके आधार पर केंद्र सरकार और दिल्ली सरकार मेट्रो को फंड रेज करती है, क्या उसके द्वारा दिए जाने वाले आंकड़े गलत हैं?
जनता के टैक्स के पैसों के बेजा इस्तेमाल के जवाब में आतिशी ने कहा कि श्रीधरन जी इसे अपने मत के अनुसार ना देखें. दिल्ली में बहुत ही कामकाजी महिलाएं भी रहती हैं. जिन्हें यात्रा के लिए अपने परिवार से पैसे मांगने पड़ते हैं. अगर यह फ्री होती है, तो उनके सशक्तिकरण को बढ़ावा देगी.
इसके जवाब में आतिशी ने 2015 की मैकेंजी ग्लोबल द्वारा की गई रिसर्च रिपोर्ट का भी हवाला दिया. जिसमें कहा गया था कि अर्थव्यवस्था में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाई जाए तो भारत की जीडीपी 2025 तक 16 से 60% तक बढ़ सकती है. इसे सुरक्षा से जोड़ते हुए आतिशी ने कहा कि मुफ्त यात्रा योजना से महिलाओं की सुरक्षा भी सुनिश्चित होगी. मेट्रो में केवल महिलाओं के लिए अलग डब्बा लगा देने और मार्शल लगा देने भर से उनकी सुरक्षा सुनिश्चित नहीं होती.
इस योजना से सार्वजनिक जगहों पर महिलाओं की संख्या में बढ़ोतरी होगी. जिससे महिलाओं में आत्मविश्वास बढ़ेगा. ई श्रीधरन की इस चिट्ठी के जवाब में आतिशी ने भी उन्हें एक चिट्ठी लिखी है, जिसमें बिंदुवार उनके सवालों का उत्तर दिया है. वहीं कई सवाल भी उठाए हैं.
इस योजना की चर्चा की साथ ही इसे लेकर भिन्न मत रखने वाले लोगों के बीच चिट्ठी पत्री का आदान-प्रदान अबतक चल रहा है. अब देखना यह है कि यह क्रम कब तक जारी रहता है और इसे लेकर अंतिम स्थिति क्या होती है.