नई दिल्ली: मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पंजाब में विधानसभा चुनाव के मद्देनजर महिलाओं के लिए एक ऐलान किया है. जिसमें वह 18 साल से अधिक उम्र की महिलाओं को एक हजार रुपये की आर्थिक सहायता दिए जाने की बात कह रहे हैं, जिसको लेकर दिल्ली महिला कांग्रेस (Delhi Mahila Congress) ने कड़ा विरोध जताया है.
कांग्रेस की वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री कृष्णा तीरथ (Former Union Minister Krishna Tirath) का कहना है कि पहले मुख्यमंत्री दिल्ली की महिलाओं के लिए तो योजनाएं चलाएं, उनको आर्थिक सहायता दें तभी दूसरे राज्यों में इस तरीके का ऐलान करें.
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दिल्ली में बिजली-पानी मुफ्त दिए जाने की योजना भी सरकार की एक चुनावी जुमला रही. जिसका लाभ महिलाओं को नहीं मिला क्योंकि लोगों के बिजली के बिलों पर कई तरीके के चार्जेस के नाम पर वसूली की जा रही है. उनके बिजली के बिल दोगुने आ रहे हैं. 200 यूनिट बिजली फ्री के नाम पर भी लोगों को बेवकूफ बनाया जा रहा है. इसके साथ ही दिल्ली महिला कांग्रेस की अध्यक्ष अमृता धवन (Delhi Mahila Congress President Amrita Dhawan) ने कहां की मुख्यमंत्री उत्तराखंड की महिलाओं को लेकर बात करते हैं जबकि दिल्ली की महिलाओं के लिए जो योजनाएं कांग्रेस ने अपनी सरकार में चलाई थीं. उन सभी योजनाओं को मुख्यमंत्री ने बंद कर दिया है. वह योजनाएं ठप पड़ी हुई है.
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अमृता धवन ने ईटीवी भारत से बात करते हुए मुख्यमंत्री के कांग्रेस के कचड़ा वाले बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि मैं उन लोगों को यह जवाब देना चाहती हूं कि कांग्रेस छोड़कर आम आदमी पार्टी में गए हैं और उन्हें यह समझना चाहिए कि जिस पार्टी में वह जा रहे हैं उसी पार्टी के संयोजक उन्हें कचड़ा कह रहे हैं तो अगर उन्हें थोड़ी सी भी शर्म है या अपनी इज्जत प्यारी है तो आम आदमी पार्टी को छोड़कर दोबारा से कांग्रेस में शामिल हो या फिर अपने आत्मसम्मान छोड़ दें.