नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली के मुखर्जी नगर में एक ग्रामीण सेवा ड्राइवर सरबजीत के साथ हुई मारपीट का मामला अब सियासी रूप ले चुका है. सोमवार को जब मुख्यमंत्री केजरीवाल पीड़ित के घर मिलने गये थे तो उसी समय अकाली दल के कुछ नेता केजरीवाल का विरोध किया.
विरोध करने वाले लोगों का आरोप था कि अरविंद केजरीवाल का यहां आना इस मामले को राजनीतिक रंग देगा है, इसलिए वे लोग पीड़ित को अपने साथ ले जाना चाहते थे. वही, दूसरी तरफ आम आदमी पार्टी के विधायक जरनैल सिंह, वंदना कुमारी, अखिलेश पति त्रिपाठी और पंकज पुष्कर भी वहां मौजूद थे.
'आप' ने लगाया अकाली दल पर आरोप
आम आदमी पार्टी के विधायकों का सीधा आरोप था कि अकाली दल के नेता इसलिए पीड़ित को वहां से ले जाना चाहते हैं, ताकि अरविंद केजरीवाल उनसे ना मिल सके. इसे लेकर ईटीवी भारत से बातचीत में विधायक पंकज पुष्कर ने यहां तक कहा कि ये लोग पीड़ित का अपहरण करके यहां ले जा रहे हैं. इसे लेकर दोनों पक्षों में खूब हंगामा भी हुआ. बाद में जब अरविंद केजरीवाल वहां पहुंचे तो सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के उपाध्यक्ष कंवलजीत सिंह बाठ ने जबरदस्त तरीके से उनका विरोध किया और उनके विरोध में नारे भी लगाए.
अरविंद केजरीवाल ने पीड़ित से मुलाकात की और उनके साथ और सहयोग का आश्वासन देकर निकल गए, लेकिन उसके ठीक बाद अकाली दल विधायक मनजिंदर सिंह सिरसा ने इस मामले को लेकर दिल्ली पुलिस कमिश्नर से मुलाकात की है.