नई दिल्ली: उत्तरी दिल्ली नगर निगम का सत्र बेहद हंगामेदार रहा. आम आदमी पार्टी के सभी निगम पार्षदों ने वेल में आकर हंगामा किया और मेयर के खिलाफ नारेबाजी की.
'आप' के निगम पार्षद सफाई कर्मचारियों के मुद्दे पर पिछले काफी लंबे समय से मांग कर रहे थे. जिसको लेकर निगम की तरफ से कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है.
निगम पार्षदों की क्या है मांग
निगम पार्षदों की मांग है कि सभी सफाई कर्मचारियों को जिनकी नियुक्ति 2017 तक हुई है सभी को पक्का किया जाए, लेकिन उत्तर दिल्ली नगर निगम 2006 तक सफाई कर्मचारियों को पक्का कर रहा है और अभी तक सिर्फ गिने-चुने लोगों को ही पक्का किया गया है.
निगम के सत्र में कांग्रेस भी आप के निगम पार्षदों का साथ देती नजर आई. सत्र के अंदर 'आप' के निगम पार्षदों ने इतना जबरदस्त हंगामा किया कि सदन की सत्र की कार्रवाई को इसी हंगामे के बीच चलाना पड़ा.
नेता सदन को मजबूरन इसी हंगामे के बीच एजेंडा पेश करना पड़ा और इसे पास भी करवाना पड़ा जिसके बाद सत्र को समाप्त कर दिया गया.
स्टैंडिंग कमेटी के चेयरमैन ने लगाया आरोप
बता दें कि सदन का यह दूसरा सत्र था जो हंगामे से भरा रहा. स्टैंडिंग कमेटी के चेयरमैन जयप्रकाश का कहना है कि आम आदमी पार्टी के जो निगम पार्षद है वो सब अन-मैच्योर्ड है. उनकी जो सरकार है दिल्ली में वह भी अन-मैच्योर्ड है. इसलिए वह दिल्ली में सही तरीके से काम नहीं कर पा रहे है.
उन्होंने कहा कि निगम में चुनकर आए 'आप' निगम पार्षदों को सिर्फ आरोप लगाना जानते हैं और हंगामा करना जानते हैं क्योंकि वो अन-मैच्योर्ड है.