नई दिल्ली: दिल्ली सरकार द्वारा तीर्थ यात्रा योजना के तहत जाने वाली 35 ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है. जिस पर आम आदमी पार्टी ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि मोदी सरकार द्वारा ऐसा जानबूझकर किया गया, जिससे लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंची है.
पार्टी द्वारा लगातार मांग की जा रही है कि जल्द से जल्द तीर्थयात्रा के लिए जाने वाली ट्रेनों को दोबारा से शुरू किया जाए और इस फैसले को वापस ले लिया जाए.
तीर्थयात्रा पर जाने वाली ट्रेनें रद्द
दिल्ली में अरविंद केजरीवाल की सरकार द्वारा मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा योजना कुछ महीनों से चलाई जा रही है. हजारों बुजुर्गों को अलग-अलग जगहों पर तीर्थ यात्रा के लिए दिल्ली सरकार सरकारी खर्च से ले जा चुकी है. लगातार लोगों के जाने का सिलसिला जारी था.
लोग तीर्थ यात्रा पर जाने के लिए फार्म भर रहे थे कि अचानक एक ऐसा फैसला आया, जिसने बुजुर्गों की उम्मीदों पर पानी फेर दिया. तीर्थ यात्रा पर जाने वाली 35 ट्रेनों को अचानक रद्द कर दिया गया.
आप ने लगाया केंद्र सरकार पर आरोप
आम आदमी पार्टी ने केंद्र सरकार को घेरते हुए आरोप लगाया कि मोदी सरकार द्वारा इन ट्रेनों को जानबूझकर रद्द किया गया है. केंद्र सरकार के इस फैसले से बुजुर्गों की भावनाओं को ठेस पहुंची है. लोग अलग-अलग जगहों पर तीर्थ यात्रा करने का मन बना चुके थे. फॉर्म भर चुके थे. पर ट्रेन रद्द होने से सारे प्लान पर पानी फिर गया. बुराड़ी विधानसभा से भी सैकड़ों लोगों को इस बार रामेश्वरम की यात्रा के लिए निकलना था. तैयारी लगभग पूरी हो चुकी थी. पर अचानक ही जब ट्रेन बंद होने की खबर आई तो बुजुर्ग महिलाएं जहांगीरपुरी स्थित निगम पार्षद अजय शर्मा के दफ्तर में पहुंची. उन्होंने मोदी सरकार के इस फैसले को गलत करार दिया.
ट्रेनों को शुरू करने की मांग
अब लगातार मांग की जा रही है कि जल्द से जल्द इस फैसले को वापस लिया जाए. बुजुर्गों को तीर्थ यात्रा पर जाने का मौका मिले. कहीं ना कहीं यह योजना आने वाले विधानसभा चुनाव में भी काम करने वाली थी, इसीलिए ट्रेनें रद्द होने से आरोप-प्रत्यारोप के दौर अब शुरू हो चुके हैं.
तीर्थ यात्रा योजना पर राजनीति
तीर्थ यात्रा पर जाने वाले लोगों की लगातार मांग कर रहे हैं कि ट्रेन रद्द करने के फैसले को वापस किया जाए. लेकिन अब इन मांगों का कितना असर होता है और क्या रद्द की गई ट्रेनों को दोबारा शुरू किया जा पाता है या नहीं यह देखने वाली बात होगी. लेकिन मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा योजना पर भी राजनीति शुरू हो गई है. यह बात बिल्कुल साफ दिखाई दे रही है.