नई दिल्ली : जेरोधा के सह-संस्थापक निखिल और नितिन कामथ से 100 करोड़ रुपये जुटाने के तीन दिन बाद, गेमिंग और स्पोर्ट्स मीडिया प्लेटफॉर्म नजारा टेक्नोलॉजीज ने गुरुवार, 7 सितंबर को घोषणा की कि वह देश के सबसे बड़े म्यूचुअल फंड एसबीआई एमएफ से 410 करोड़ रुपये जुटाएगी.
एसबीआई म्यूचुअल फंड ने निजी प्लेसमेंट के माध्यम से इक्विटी के तरजीही आवंटन की सदस्यता लेकर नजारा टेक में 410 करोड़ रुपये का निवेश करने पर सहमति व्यक्त की है. डिजिटल गेमिंग और ईस्पोर्ट्स कंपनी ने कहा कि शेयरों का अंकित मूल्य 4 रुपये है. नजारा टेक के बोर्ड ने निजी प्लेसमेंट के आधार पर तरजीही मुद्दे के माध्यम से एसबीआई म्यूचुअल फंड को 714 रुपये प्रति शेयर पर 57 लाख इक्विटी शेयर जारी करने का प्रस्ताव पारित किया है, जो कुल मिलाकर 409.99 करोड़ रुपये है.
एसबीआई म्यूचुअल फंड 410 करोड़ का निवेश तीन योजनाओं- एसबीआई मल्टीकैप फंड, एसबीआई मैग्नम ग्लोबल फंड और एसबीआई टेक्नोलॉजी अपॉर्चुनिटीज फंड के माध्यम से करेगा. कंपनी की नियामक फाइलिंग के अनुसार, एसबीआई मल्टीकैप फंड लगभग 200 करोड़ रुपये का निवेश करेगा, जबकि एसबीआई मैग्नम ग्लोबल फंड लगभग 120 करोड़ रुपये का निवेश कर रहा है और एसबीआई टेक्नोलॉजी अपॉर्चुनिटीज फंड शेष 90 करोड़ रुपये का निवेश कर रहा है.
वर्तमान में, Nazara Technologies के पास 750 करोड़ रुपये तक जुटाने के लिए शेयरधारक की मंजूरी है. नियामक फाइलिंग के अनुसार, निवेश के बाद एसबीआई एमएफ के पास कंपनी में 7.83 प्रतिशत हिस्सेदारी होगी.
बता दें, इसी सप्ताह जेरोधा कंपनी नजारा टेक्नोलॉजीज में 100 करोड़ का निवेश करेगी. कंपनी मेसर्स कामथ एसोसिएट्स और मेसर्स एनकेस्क्वायर्ड को 714 रुपये प्रति इक्विटी शेयर की कीमत पर 14 लाख इक्विटी शेयर जारी करने का प्रस्ताव कर रही है, जो आनुपातिक रूप से 100 करोड़ रुपये है. ये इक्विटी शेयर जारी होने की तारीख से छह महीने की अवधि के लिए लॉक रहेंगे. इस डील के साथ नजारा में जेरोधा की हिस्सेदारी 1 फीसदी से बढ़कर 3.5 फीसदी हो गई है.
कम प्राइस में शेयर देने की वजह
लेकिन सवाल उठता है कि नजारा टेक्नोलॉजी जेरोधा और एसबीआई को मार्केट प्राइस से कम कीमत पर अपने शेयर क्यों दे रही है. इस सवाल के जवाब में मार्केट एक्सपर्ट का मानना है कि ' गेमिंग मार्केट ग्लोबली बूम कर रही है, चाहे वो इसका सॉफ्टवेयर हो या हार्डवेयर. दोनों की वैश्विकस्तर पर मांग बढ़ रही है और नजारा टेक्नोलॉजी अभी अच्छी स्थिति में है. वह भारत के कॉस्ट स्ट्रक्चर और नियमों के तहत गेमिंग सेक्टर में अपनी वैश्विक पहुंच बना सकता है. लेकिन इसके लिए टेक कंपनी को पूंजी की जरूरत है. ये एक अच्छा मौका है जब नजारा वैश्विक गेमिंग बाजार में अपनी पहचान बना सकता है. इसके इतर
भारत में भी गेमिंग मार्केट एक उभरता हुआ बाजार है. देश तेजी से डिजिटली हो रहा है. इस बदलाव को देखते हुए नजारा टेक आने वाले समय में और मजबूत हो सकता है. जिसे देखते हुए जेरोधा फाउंडर ब्रदर्स और एसबीआई एमएफ इसमें निवेश कर रहे हैं.
जब पूंजी जुटाने की बात आती है, तो कुछ कंपनियां सामान्य स्टॉक के अलावा Preference स्टॉक जारी करने का चुनाव करती हैं. हालांकि, ये स्ट्रैटर्जी अलग-अलग कंपनियां अपने हिसाब से बनाती है. शेयरधारक ज्यादातर Preference shares की ओर आकर्षित होते हैं क्योंकि वे आम शेयरों की तुलना में अधिक डिविडेंड और बांड की तुलना में अधिक भुगतान की पेशकश करते हैं. हालांकि, कोई कंपनी या फर्म वित्तीय कठिनाई की स्थिति में डिविडेंड को रोक सकती है.
इक्विटी शेयर: किसी कंपनी द्वारा अपने स्वामित्व को कम करने की कीमत पर पूंजी जुटाने के लिए एक इक्विटी शेयर जारी किया जाता है. निवेशक कंपनी का आंशिक स्वामित्व प्राप्त करने के लिए इक्विटी शेयरों की इकाइयां खरीद सकते हैं. इक्विटी शेयर खरीदने पर, निवेशक फर्म की कुल पूंजी में योगदान करते हैं और इसके शेयरधारक बन जाते हैं.
वरीयता शेयर: इस शेयर की खास बात ये होती है कि किसी कंपनी के डूबने पर Preference shares Holders को अपनी पूंजी पाने का पहला हक होता है. इसके अलावा प्रीफरेंस शेयरहोल्डर को कंपनी में वोटिंग का राइट होता है.