नई दिल्ली: हेनले पासपोर्ट इंडेक्स 2024 को जारी किया गया है, जिसमें 199 देशों के पासपोर्ट की पावर को दिखाया गया है. इंडेक्स, जो देशों को उनके पासपोर्ट पर वीजा-मुक्त प्रवेश की अनुमति देने वाले डेस्टिनेशन की संख्या के आधार पर रैंक करता है. फ्रांस, जर्मनी, इटली, जापान, सिंगापुर और स्पेन टॉप पर है. इन सभी देशों के पासपोर्टों पर 194 डेस्टिनेशन तक वीजा-मुक्त पहुंच है, जो पिछले साल की तुलना में तीन अधिक है.
जापान और सिंगापुर पिछले पांच सालों से इस लिस्ट में टॉप पर बने हुए हैं. दक्षिण कोरिया, स्वीडन और फिनलैंड 193 देशों तक पहुंच के साथ एक स्थान ऊपर उठकर दूसरे स्थान पर पहुंच गए. ऑस्ट्रिया, डेनमार्क, आयरलैंड और नीदरलैंड संयुक्त रूप से तीसरे स्थान पर रहे, जिससे 192 स्थानों की यात्रा की अनुमति मिली है. 191 और 188 डेस्टिनेशन तक पहुंच के साथ यूके और यूएस पासपोर्ट क्रमश:- चौथे और सातवें स्थान पर हैं.
भारत का है कौन-सा स्थान?
नए रैंकिंग के अनुसार, भारत सबसे शक्तिशाली पासपोर्ट की लिस्ट में 80वें स्थान पर है. इसके पासपोर्ट से अंगोला, बारबाडोस, भूटान, बोलीविया, जिबूती, अल साल्वाडोर, जमैका, जॉर्डन, केन्या, मलेशिया, मॉरीशस, नेपाल, कतर और जिम्बाब्वे सहित 62 देशों में वीजा-फ्री यात्रा मिलती है. वहीं, साल 2023 में भी भारत का पासपोर्ट 2022 से पांच पायदान ऊपर 80वें स्थान पर था. हालांकि, इस साल वीजा-मुक्त डेस्टिनेशन की संख्या 57 से बढ़कर 62 हो गई है.
दुनिया का सबसे कमोजर पासपोर्ट
दुनिया का सबसे कम शक्तिशाली पासपोर्ट अफगानिस्तान का है. 28 देशों तक पहुंच के साथ यह 104वें स्थान पर है. इसके बाद सीरिया (103), इराक (102), पाकिस्तान (101) और यमन (100) का स्थान है.
संयुक्त अरब अमीरात ने बड़ी छलांग लगाई और अब वो 11वें स्थान पर है. वहीं चीन, इस साल दो पायदान ऊपर 62वें स्थान पर है, 85 गंतव्यों तक वीजा-मुक्त पहुंच है - जो दस साल पहले की तुलना में लगभग दोगुनी है.