नई दिल्ली: MSCI इंडिया स्टैंडर्ड इंडेक्स में कई शेयरों ने जगह बनाई है. इनमें इंडसइंड बैंक, सुजलॉन एनर्जी, पर्सिस्टेंट सिस्टम्स, एपीएल अपोलो, पॉलीकैब, मैक्रोटेक डेवलपर्स, टाटा मोटर्स ए, वन 97 कम्युनिकेशंस (पेटीएम) और टाटा कम्युनिकेशंस शामिल है. MSCI की एड के मुताबिक किसी भी भारतीय स्टॉक को बाहर नहीं किया गया है. वहीं, मीडिया रिपोर्ट के अनुसार 1.72 अरब डॉलर का संयुक्त फ्लो होने की संभावना है.
कब होगा MSCI में बदलाव?
MSCI ग्लोबल स्टैंडर्ड इंडेक्स का लेटेस्ट बदलाव 30 नवंबर को लागू होगा. सुजलॉन एनर्जी, पर्सिस्टेंट सिस्टम्स और एपीएल अपोलो पहले एमएससीआई स्मॉलकैप इंडेक्स का हिस्सा थे. 30 नवंबर से कार्यान्वयन लागू होने पर उन्हें इस इंडेक्स से हटा दिया जाएगा. साथ ही रिपोर्ट में कहा गया है कि प्रवाह का एक बड़ा हिस्सा इंडसइंड बैंक द्वारा 290 मिलियन डॉलर, सुजलॉन द्वारा 264 मिलियन डॉलर और पर्सिस्टेंट सिस्टम्स द्वारा 254 मिलियन डॉलर पर ले जाने की संभावना है. बाकी बचे शेयरों में क्रमानुसार 227 डॉलर मिलियन से 160 डॉलर मिलियन के बीच प्रवाह देखा जा सकता है.
किसकी होगी एंट्री?
30 नवंबर को होने वाले बदलाव की प्रक्रिया में MSCI स्मॉलकैप इंडेक्स में समावेशन और बहिष्करण भी देखने को मिलेंगे. इस इंडेक्स में 42 स्टॉक जोड़े जाएंगे. जबकि 19 स्टॉक इस इंडेक्स से बाहर हो जाएंगे. एड हुए स्टॉक में एजीआई ग्रीनपैक, डोडला डेयरी, गोकलदास एक्सपोर्ट्स, एसजेवीएन, हिंदुस्तान कंस्ट्रक्शन कंपनी, पीटीसी इंडिया, गेटवे डिस्ट्रिपार्क्स, अरविंद फैशन, इलेक्ट्रोस्टील कास्टिंग्स, डीबी रियल्टी, ओरिएंट सीमेंट्स, गेब्रियल इंडिया, एस्ट्रा माइक्रोवेव, लॉयड्स इंजीनियर जैसी कंपनियां शामिल हैं.इस बीच, एमएससीआई स्मॉलकैप इंडेक्स से नोटेबल एक्लूसिव जिंदल स्टेनलेस, डालमिया भारत, वोडाफोन आइडिया, बीएचईएल, लिंडे इंडिया, थर्मैक्स, एसीसी, इंडियन बैंक और एस्कॉर्ट्स कुबोटा हैं.