सैन फ्रांसिस्को: सुंदर पिचाई 30 अक्टूबर को अमेरिका बनाम गूगल एंटी-ट्रस्ट मामले में गवाही देने के लिए तैयार हैं. इस दौरान वह अपना पक्ष साझा करेंगे कि कैसे गूगल की खोज अपने स्वयं के इनोवेशन के कारण सफल होती है, न कि बड़े पैमाने पर लेनदेन के कारण. पिचाई अमेरिकी न्याय विभाग और राज्य अटॉर्नी जनरल के गठबंधन द्वारा लाए गए मुकदमे में चल रहे अविश्वास मुकदमे में गवाही देंगे. उन्होंने आरोप लगाया है कि Google ने सर्च इंजन बाजार में अपने डोमिनेंस गलत यूज किया है. Google के एंटी ट्रस्ट डिफेंस मामले में पिचाई सबसे पहले गवाहों में से एक होंगे. इसकी आधिकारिक तौर पर शुरूआत गुरुवार को हो गई है.
Google के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट ने दी ग्वाही
'बिग टेक ऑन ट्रायल' टॉपिक वाले एक्स अकाउंट ने पोस्ट किया कि न्यायाधीश अमित मेहता ने अभी-अभी बेंच से कुछ खबर दी है. अल्फाबेट के सीईओ सुंदर पिचाई सोमवार को Google के लिए गवाही देंगे. Google के टॉप कार्यकारी प्रभाकर राघवन ने मामले में गवाही दी, और कई प्रमुख मुद्दों पर बात की है. उन्होंने रिसर्च एंड डेवलपमेंट एंड इनोवेशन पर गवाही दी है. उन्होंने विवाद किया कि Google का सर्च रिजल्ट अमेरिका के अलावा अन्य देशों में उच्च गुणवत्ता वाला है.
यूजर का ध्यान आकर्षित करने के लिए कंपटीशन
इसे बढ़ती कंपटीशन का सामना करना पड़ रहा है. उनका मानना है कि यूजर अपनी सर्च के बारे में इस तरह नहीं सोचते हैं. सर्च में याहू के डोमिनेंस के बारे में 1998 के एक लेख के बारे में पूछे जाने पर, राघवन ने कहा कि उन्हें पता है कि एक्सपेडिया. कॉम से लेकर इंस्टाग्राम और टिकटॉक तक के राइवल्स ने यूजर का ध्यान आकर्षित करने के लिए कंपटीशन की है. पिचाई को रिपोर्ट करने वाले राघवन ने कहा कि अगला रोडकिल न बनने की गहरी समझ है. राघवन Google में सीनियर वाइस प्रेसिडेंट हैं, जो Google सर्च, सहायक, जियो, विज्ञापन, मार्केटिंग और भुगतान उत्पादों के लिए जिम्मेदार हैं.