मुंबई/नई दिल्ली : घरेलू शेयर बाजारों में लगातार दूसरे दिन गिरावट रही और बीएसई सेंसेक्स लगभग 184 अंक नुकसान में रहा. मिले-जुले वैश्विक संकेतों के बीच बैंक, बिजली एवं दैनिक उपयोग का सामान बनाने वाले क्षेत्रों के चुनिंदा शेयरों में मुनाफावसूली हावी रहने से बाजार में गिरावट आई. Reliance Industries, HDFC Bank and ICICI Bank जैसे प्रमुख शेयरों में बिकवाली हावी रहने और विदेशी पूंजी की निकासी होने से भी कारोबारी धारणा प्रभावित हुई.
BSE का 30 शेयरों वाला मानक सूचकांक सेंसेक्स कारोबार की शुरुआत में मिली बढ़त गंवा बैठा और 183.74 अंक यानी 0.31 प्रतिशत टूटकर 59,727.01 अंक पर बंद हुआ. कारोबार के दौरान एक समय यह 331.45 अंक तक गिर गया था. इसी तरह NSE ( नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ) के सूचकांक निफ्टी में 46.70 अंक यानी 0.26 प्रतिशत की गिरावट रही और यह 17,660.15 अंक पर बंद हुआ. सेंसेक्स में शामिल शेयरों में पावरग्रिड सर्वाधिक 2.62 प्रतिशत तक गिर गया. UltraTech Cement , Titan, Reliance Industries , Bajaj Finance , Mahindra & Mahindra , ICICI Bank , TCS , Tech Mahindra , ITC and HDFC Bank भी नुकसान के साथ बंद हुए.
दूसरी तरफ, HCL Technologies , IndusInd Bank , Wipro , Nestle , Maruti , Larsen & Toubro and Asian Paints के शेयर बढ़त के साथ बंद हुए. नेस्ले के शेयर में सर्वाधिक 1.99 प्रतिशत की तेजी रही. बीएसई मिडकैप सूचकांक 0.52 प्रतिशत चढ़ गया जबकि स्मालकैप सूचकांक में 0.22 प्रतिशत की बढ़त रही. जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख Vinod Nair ने कहा कि आईटी शेयरों में पिछले कुछ दिनों में आई गिरावट से यह क्षेत्र दीर्घावधि के लिए काफी आकर्षक हो गया है.
कोटक सिक्योरिटीज लिमिटेड के इक्विटी शोध (खुदरा) प्रमुख Shrikant Chauhan ने कहा कि कारोबारी सत्र के बड़े हिस्से में बाजार नकारात्मक दिशा में ही रहा. बैंक, बिजली एवं दैनिक उपयोग का सामान बनाने वाले- FMCG क्षेत्रों के चुनिंदा शेयरों में मुनाफावसूली होने से बाजार लगातार दूसरे दिन गिरावट के साथ बंद हुए. एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी एवं हांगकांग का हैंगसेंग सूचकांक गिरावट के साथ बंद हुए जबकि जापान का निक्की एवं चीन के शंघाई कंपोजिट बढ़त में रहे.
अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड का भाव
यूरोपीय बाजार दोपहर के सत्र में बढ़त के साथ कारोबार कर रहे थे. अमेरिकी बाजार सोमवार को बढ़त के साथ बंद हुए थे. इस बीच, अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.12 प्रतिशत गिरकर 84.66 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया. विदेशी संस्थागत निवेशकों ने भारतीय बाजारों से निकासी फिर शुरू कर दी है. शेयर बाजार में उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी निवेशकों ने सोमवार को 533.20 करोड़ रुपये के शेयरों की शुद्ध बिकवाली की.
सोने की कीमत में तेजी
कमजोर हाजिर मांग के कारण सटोरियों द्वारा अपने सौदों की कटान करने से वायदा कारोबार में मंगलवार को सोने की कीमत 193 रुपये बढ़कर 60,373 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गयी. मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज में जून में आपूर्ति वाले अनुबंध का भाव 193 रुपये यानी 0.32 प्रतिशत की तेजी के साथ 60,373 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गया. इसमें 17,655 लॉट का कारोबार हुआ.बाजार विश्लेषकों ने कहा कि मजबूत वैश्विक रुख के अनुरूप सोना वायदा कीमतों में तेजी आई. वैश्विक स्तर पर न्यूयॉर्क में सोना 0.38 प्रतिशत की तेजी के साथ 2,014.60 डॉलर प्रति औंस हो गया.
(भाषा)