मुंबई : घरेलू शेयर बाजारों के नरम रुख के बीच बुधवार को शुरुआती कारोबार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपये ने सीमित दायरे में कारोबार किया. विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने बताया विदेशी कोषों की सतत निकासी से निवेशकों की भावनाएं प्रभावित हुई हैं. अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में डॉलर के मुकाबले रुपया 83.31 पर खुला. इसके बाद उसने 83.30 से 83.32 प्रति डॉलर के बीच कारोबार किया. रुपया मंगलवार को अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले 83.28 पर बंद हुआ था.
रातोंरात डॉलर इंडेक्स गिरा
इस बीच दुनिया की छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 103.55 पर स्थिर रहा. वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.13 प्रतिशत की गिरावट के साथ 82.34 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा था. रातोंरात फेड मिनट्स जारी होने के बाद डॉलर इंडेक्स गिर गया, जबकि यूएस 10-वर्षीय बांड 4.41 प्रतिशत पर स्थिर था.
'अधिक सख्ती की जरूरत हो सकती है'
फिनरेक्स ट्रेजरी एडवाइजर्स एलएलपी के ट्रेजरी प्रमुख और कार्यकारी निदेशक अनिल कुमार भंसाली ने कहा कि फेड मीटिंग मिनट्स में प्रतिभागियों ने नोट किया कि मुख्य मुद्रास्फीति को नीचे लाने में सीमित प्रगति हुई है. सभी दरों पर सावधानी से आगे बढ़ने पर सहमत हुए और कहा कि और अधिक सख्ती की जरूरत हो सकती है. भंसाली ने कहा कि अमेरिकी डॉलर की बोलियों के प्रवाह पर हावी होने से रुपये के मौजूदा दायरे में बने रहने की उम्मीद है. शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने मंगलवार को 455.59 करोड़ रुपये के शेयर बेचे.