मुंबई : भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा है कि देश की बैंकिंग प्रणाली मजबूत बनी हुई है और वैश्विक घटनाक्रमों का इस पर खास प्रतिकूल प्रभाव देखने को नहीं मिला है. रिजर्व बैंक प्रवर्तित ‘कॉलेज ऑफ सुपरवाइजर्स’ द्वारा वित्तीय क्षेत्र की मजबूती पर एक वैश्विक सम्मेलन को संबोधित करते हुए दास ने गुरुवार को कहा, ‘भारतीय की वित्तीय प्रणाली मजबूत बनी हुई और कुछ आधुनिक अर्थव्यवस्थाओं में वित्तीय अस्थिरता का इस पर प्रतिकूल असर नहीं पड़ा है.’
भारतीय बैंकिंग प्रणाली मजबूत बनी हुई : उनका यह बयान सिलिकॉन वैली बैंक (Silicon Valley Bank) के डूबने के कुछ सप्ताह बाद आया है. इस घटनाक्रम से अमेरिका और यूरोप के वित्तीय क्षेत्र में संकट की स्थिति पैदा हो गई है. दास ने कहा कि रिजर्व बैंक के दबाव परीक्षणों से पता चलता है कि अत्यंत संकट वाली स्थिति में भी भारतीय बैंक पूंजी पर्याप्तता अनुपात को न्यूनतम जरूरत से ऊपर रखने में सफल रहेंगे.
आरबीआई वित्तीय प्रणाली मजबूत करने को प्रतिबद्ध : गवर्नर ने इसके साथ ही अंशधारकों (Shareholders) को सतर्क रहने के लिए आगाह करते हुए कहा कि दुनियाभर में परंपरा से हटकर नीतियां अपनाई जा रही हैं. ऐसे में वित्तीय क्षेत्र में किसी तरह का ‘आश्चर्य’ कहीं से भी देखने को मिल सकता है. उन्होंने कहा कि रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) भविष्य के लिए भारतीय वित्तीय प्रणाली (Indian Financial System) को मजबूत करने और इसकी सतत वृद्धि को समर्थन देने के लिए प्रतिबद्ध है.
(पीटीआई- भाषा)