मुंबई: रिजर्व बैंक ने सोमवार को जनता को आगाह किया कि वे प्रिंट मीडिया के साथ-साथ सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लोन माफी की पेशकश से संबंधित भ्रामक विज्ञापनों का शिकार न बनें. आरबीआई ने अपने एक बयान में कहा कि उसने लोन माफी की पेशकश करके उधारकर्ताओं को लुभाने वाले कुछ भ्रामक विज्ञापनों पर ध्यान दिया है. इसमें कहा गया है कि ये संस्थाएं प्रिंट मीडिया के साथ-साथ सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर भी ऐसे कई अभियानों को सक्रिय रूप से बढ़ावा दे रही हैं. ऐसी संस्थाओं द्वारा बिना किसी अधिकार के लोन माफी प्रमाणपत्र जारी करने के लिए सेवा/कानूनी शुल्क वसूलने की भी खबरें हैं.
कुछ संस्थाएं फैला रही गलत अफवाह
केंद्रीय बैंक ने आगे कहा कि कुछ स्थानों पर कुछ व्यक्तियों द्वारा कर्ज माफी की पेशकश से संबंधित अभियान चलाए जा रहे हैं, जो अपने अधिकारों को लागू करने में बैंकों के प्रयासों को कमजोर करते हैं. आरबीआई ने कहा कि ऐसी संस्थाएं गलत बयानी कर रही हैं कि बैंकों सहित वित्तीय संस्थानों का बकाया चुकाने की जरूरत नहीं है. ऐसी गतिविधियां वित्तीय संस्थानों की स्थिरता और सबसे ऊपर, जमाकर्ताओं के हित को कमजोर करती हैं.
आरबीआई ने किया आगाह
आरबीआई ने आगाह किया कि ऐसी संस्थाओं के साथ जुड़ने से सीधे वित्तीय नुकसान हो सकता है. केंद्रीय बैंक ने कहा, लोगों को आगाह किया है कि वे ऐसे झूठे और भ्रामक अभियानों का शिकार न बनें और ऐसी घटनाओं की रिपोर्ट कानून प्रवर्तन एजेंसियों को करें.