चेन्नई : तमिलनाडु में भीषण गर्मी के बीच राज्य में बिजली की मांग 19 हजार मेगावाट को पार कर गई है, जो इतिहास में सबसे ज्यादा है. तमिलनाडु के ऊर्जा मंत्री वी. सेंथिल बालाजी ने ट्वीट किया कि राज्य के इतिहास में पहली बार 19 अप्रैल को बिजली की अधिकतम खपत 41.82 करोड़ यूनिट रही. बिजली की मांग 19,087 मेगावाट तक पहुंच गई. यह पहली बार है जब बिजली की मांग 19,000 मेगावाट को पार कर गई है.
मंत्री ने कहा कि बिना बिजली कटौती के मांग पूरी की गई और इसे राज्य सरकार की उपलब्धि बताया. बढ़ते तापमान के कारण इस गर्मी में राज्य की बिजली की मांग नई ऊंचाई पर पहुंच गई है. पिछली उच्च दैनिक खपत 18 अप्रैल को 41.30 करोड़ यूनिट या 18,882 मेगावाट की थी. मंत्री ने कहा कि सरकार ने बिना किसी रुकावट के बिजली की मांग को पूरा किया है.
तमिलनाडु जनरेशन एंड डिस्ट्रीब्यूशन कॉरपोरेशन (टैंगेडको) के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक राजेश लखानी के अनुसार, इस साल बिजली की मांग में वृद्धि पिछले 10 वर्षों में सबसे अधिक है. ऊर्जा विभाग के 2023-24 के नीति नोट में कहा गया है कि दक्षिण भारतीय राज्यों में तमिलनाडु में ऊर्जा की खपत सबसे अधिक है. जैसा कि तमिलनाडु औद्योगीकृत और अत्यधिक शहरीकृत दोनों है, इसकी देश में चौथी उच्चतम ऊर्जा मांग है.
ऊर्जा नीति नोट में यह भी कहा गया है कि राज्य में गर्मियों की चरम मांग 18,300 मेगावाट और 18,500 मेगावाट की सीमा तक बढ़ने की उम्मीद है. इसने अप्रैल और मई 2023 के बीच की अवधि में 390-395 मिलियन यूनिट की दैनिक ऊर्जा खपत की भी भविष्यवाणी की. 2022 में, दैनिक पीक डिमांड 17, 563 मेगावाट थी और अधिकतम दैनिक खपत 29 अप्रैल 2022 को 388.078 मिलियन यूनिट थी. राज्य के कई हिस्सों में तापमान 40 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है और आईएमडी ने 21-22 अप्रैल के बीच बारिश की भविष्यवाणी की है.
(आईएएनएस)
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