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Ambareesh Murty Passey Away: पेपरफ्राई के सीईओ अंबरीश मूर्ति का निधन, लेह में आया कार्डियक अरेस्ट

पेपरफ्राई के सीईओ अंबरीश मूर्ति अब दुनिया में नहीं रहे (Ambareesh Murty Passey Away). 51 वर्षीय मूर्ति को लेह में दिल का दौरा पड़ा.

Ambareesh Murty Passey Away
पेपरफ्राई के सीईओ अंबरीश मूर्ति निधन
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Published : Aug 8, 2023, 1:26 PM IST

Updated : Aug 8, 2023, 2:15 PM IST

नई दिल्ली : पेपरफ्राई के सह-संस्थापक और सीईओ अंबरीश मूर्ति का दिल का दौरा पड़ने से लेह में निधन हो गया. कंपनी के सह-संस्थापक और सीओओ आशीष शाह ने मंगलवार को यह जानकारी दी. 51 साल के मूर्ति एक एंजेल निवेशक भी थे. उन्होंने हाल ही में अपनी लिंक्डइन पोस्ट पर पेपरफ्राई में 12 साल पूरे करने की घोषणा की. वह आईआईटी कलकत्ता के 1996 बैच के छात्र थे और उन्होंने 1994 में दिल्ली कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग से ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी की.

पेपरफ्राई के सह-संस्थापक और सीओओ आशीष शाह ने एक ट्वीट में कहा- 'यह बताते हुए बेहद दुख हो रहा है कि मेरे दोस्त, गुरु, भाई, आत्मीय अंबरीश मूर्ति अब नहीं रहे. कल रात लेह में दिल का दौरा पड़ने से उनका निधन हो गया. कृपया उनके लिए प्रार्थना करें और उनके परिवार और करीबियों को शक्ति प्रदान करें.' ट्विटर पर अंबरीश मूर्ति के निधन की खबर के बाद उन्हें श्रद्धांजलि देने वाले लोगों का तांता लगा है. लोग अपने- अपने तरीके से शोक व्यक्त कर रहे हैं.

  • Extremely devastated to inform that my friend, mentor, brother, soulmate @AmbareeshMurty is no more. Lost him yesterday night to a cardiac arrest at Leh. Please pray for him and for strength to his family and near ones. 🙏

    — Ashish Shah (@TweetShah) August 8, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

अंबरीश मूर्ति की करियर लाइफ
मूर्ति का व्यावसायिक करियर जून 1996 में शुरू हुआ, जब उन्होंने कैडबरी के साथ सेल्स और मार्केटिंग प्रोफेशनल के रूप में काम करना शुरू किया. उन्होंने मशहूर चॉकलेट निर्माता कंपनी में साढ़े पांच साल काम किया. इसके बाद फाइनेंशियल सेक्टर में कदम रखा और प्रूडेंशियल आईसीआईसीआई एएमसी (अब आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल) को अपने अनुभव से गौरवान्वित किया. इस कंपनी में उन्होंने मार्केटिंग और कस्टमर सर्विस के वाइस प्रेसिडेंट के रूप में करीब 2 साल काम किया था.

पेपरफ्राई कंपनी की शुरुआत कब हुई
लेविस में पांच महीने का कार्यकाल रहा और इसी दौरान उन्होंने अपना खुद का वेंचर, ओरिजिन रिसोर्सेज लॉन्च किया. यह पोर्टल, भारतीय म्यूचुअल फंड कंपनियों की मदद के लिए डिजाइन किया गया था. फिर उन्होंने 2005 में कंपनी बेच दी और ब्रिटानिया में मार्केटिंग मैनेजर के रूप में काम करने चले गए. मूर्ति सात महीने बाद फिलीपींस, मलेशिया और भारत के कंट्री मैनेजर के रूप में ईबे इंडिया में शामिल हो गए. छह साल बाद, मूर्ति ने 2012 में शाह के साथ मिलकर फर्नीचर और घर की सजावट से जुड़ी कंपनी पेपरफ्राई की स्थापना की थी. कंपनी ने 2014 में मुंबई में अपना पहला ऑफलाइन स्टोर खोला और 2019 तक भारत के 28 शहरों में 70 से अधिक स्टोर थे.

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(एजेंसी इनपुट)

नई दिल्ली : पेपरफ्राई के सह-संस्थापक और सीईओ अंबरीश मूर्ति का दिल का दौरा पड़ने से लेह में निधन हो गया. कंपनी के सह-संस्थापक और सीओओ आशीष शाह ने मंगलवार को यह जानकारी दी. 51 साल के मूर्ति एक एंजेल निवेशक भी थे. उन्होंने हाल ही में अपनी लिंक्डइन पोस्ट पर पेपरफ्राई में 12 साल पूरे करने की घोषणा की. वह आईआईटी कलकत्ता के 1996 बैच के छात्र थे और उन्होंने 1994 में दिल्ली कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग से ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी की.

पेपरफ्राई के सह-संस्थापक और सीओओ आशीष शाह ने एक ट्वीट में कहा- 'यह बताते हुए बेहद दुख हो रहा है कि मेरे दोस्त, गुरु, भाई, आत्मीय अंबरीश मूर्ति अब नहीं रहे. कल रात लेह में दिल का दौरा पड़ने से उनका निधन हो गया. कृपया उनके लिए प्रार्थना करें और उनके परिवार और करीबियों को शक्ति प्रदान करें.' ट्विटर पर अंबरीश मूर्ति के निधन की खबर के बाद उन्हें श्रद्धांजलि देने वाले लोगों का तांता लगा है. लोग अपने- अपने तरीके से शोक व्यक्त कर रहे हैं.

  • Extremely devastated to inform that my friend, mentor, brother, soulmate @AmbareeshMurty is no more. Lost him yesterday night to a cardiac arrest at Leh. Please pray for him and for strength to his family and near ones. 🙏

    — Ashish Shah (@TweetShah) August 8, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

अंबरीश मूर्ति की करियर लाइफ
मूर्ति का व्यावसायिक करियर जून 1996 में शुरू हुआ, जब उन्होंने कैडबरी के साथ सेल्स और मार्केटिंग प्रोफेशनल के रूप में काम करना शुरू किया. उन्होंने मशहूर चॉकलेट निर्माता कंपनी में साढ़े पांच साल काम किया. इसके बाद फाइनेंशियल सेक्टर में कदम रखा और प्रूडेंशियल आईसीआईसीआई एएमसी (अब आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल) को अपने अनुभव से गौरवान्वित किया. इस कंपनी में उन्होंने मार्केटिंग और कस्टमर सर्विस के वाइस प्रेसिडेंट के रूप में करीब 2 साल काम किया था.

पेपरफ्राई कंपनी की शुरुआत कब हुई
लेविस में पांच महीने का कार्यकाल रहा और इसी दौरान उन्होंने अपना खुद का वेंचर, ओरिजिन रिसोर्सेज लॉन्च किया. यह पोर्टल, भारतीय म्यूचुअल फंड कंपनियों की मदद के लिए डिजाइन किया गया था. फिर उन्होंने 2005 में कंपनी बेच दी और ब्रिटानिया में मार्केटिंग मैनेजर के रूप में काम करने चले गए. मूर्ति सात महीने बाद फिलीपींस, मलेशिया और भारत के कंट्री मैनेजर के रूप में ईबे इंडिया में शामिल हो गए. छह साल बाद, मूर्ति ने 2012 में शाह के साथ मिलकर फर्नीचर और घर की सजावट से जुड़ी कंपनी पेपरफ्राई की स्थापना की थी. कंपनी ने 2014 में मुंबई में अपना पहला ऑफलाइन स्टोर खोला और 2019 तक भारत के 28 शहरों में 70 से अधिक स्टोर थे.

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(एजेंसी इनपुट)

Last Updated : Aug 8, 2023, 2:15 PM IST
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