नई दिल्ली : केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि भारत विभिन्न देशों से 'रुपे' को उनके यहां स्वीकार्य बनाने के लिए बात कर रहा है. सीतारमण ने ब्रुकिंग्स इंस्टीट्यूट में कहा, 'इसके अलावा यूपीआई (यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस), भीम ऐप और एनसीपीआई (भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम) पर इस तरह से काम किया जा रहा है ताकि उनके देशों में उनकी जो प्रणालियां हैं वे हमारी प्रणालियों के साथ मिलकर काम कर सकें और इनके मिलकर काम करने से उन देशों में भारतीय विशेषज्ञता को बल मिलेगा.' npci joins hands with europe.
अमेरिका में यूपीआई शुरू करने संबंधी एक छात्र के सवाल के जवाब में वित्त मंत्री ने कहा, 'हम कई देशों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं.' छात्र ने कहा था कि उसे भारत की यूपीआई प्रणाली पर गर्व है और पूछा था कि इसे दुनिया के साथ साझा करने की योजनाएं क्या हैं. सीतारमण ने कहा, 'हमारी कई देशों से बातचीत चल रही है. सिंगापुर और संयुक्त अरब अमीरात रुपे को अपने देश में स्वीकार्य बनाने के लिए आगे आ चुके हैं.'
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What this graphic tells us is the incredible mass basing of digital payments that UPI has done.
— Akhilesh Mishra (@amishra77) October 11, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
I cannot think of any other innovation by any government, anywhere in the world, that has been so empowering at grassroots level and so democratic in nature. pic.twitter.com/dHaKVo02nf
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