नई दिल्ली : विनती सराफ मुटरेजा, विनती ऑर्गेनिक्स की सीईओ और मैनेजिंग डायरेक्टर हैं, जिसकी स्थापना उनके पिता विनोद सराफ ने 1989 में की थी. ये कंपनी इबुप्रोफेन (Ibuprofen) बनाने के लिए फेमस है. विनती ने इस कंपनी को 20 करोड़ रुपये के मार्केट कैप से बढ़ाकर आज 18700 करोड़ रुपए बनाया है. आइए जानते हैं Viniti Saraf Mutreja के बारे में...
विनती ऑर्गेनिक्स का नाम विनोद सराफ ने अपनी बेटी के नाम पर रखा है. बिजनेस की दुनिया में कदम रखने से पहले विनोद आदित्य बिड़ला ग्रुप में एक बड़े बिजनेस लीडर हुआ करते थे. जब उन्होंने यह निर्णय लिया कि उन्हें खुद का बिजनेस शुरू करना है, उस समय वह मैंगलोर रिफाइनरी एंड पेट्रोकेमिकल्स लिमिटेड (MRPL) में मैनेजिंग डायरेक्टर (MD) थे. विनोद ने ऐसी कंपनी शुरू की जो दर्द निवारक दवा के लिए एक प्रमुख घटक इसोबुटिल बेंजीन बनाती है.
विनती ने कंपनी की कमान 2006 से संभाली
विनती सराफ मुटरेजा अपने पिता के कंपनी से साल 2006 में जुड़ीं. कंपनी में जुड़ने के साथ ही उन्होंने कई तरह के बदलाव किए. सबसे पहले उन्होंने कंपनी में काम करने के तरीके को पूरी तरह से बदल दिया. प्रोडक्ट पोर्टफोलियो का विस्तार किया. जिसके परिणामस्वरूप कंपनी के प्रोडक्ट क्वालिटी में काफी सुधार हुआ. देखते ही देखते Vinati Organics इस सेक्टर की कंपनियों में सबसे बड़े खिलाड़ियों में से एक बन गया.
₹20 करोड़ मार्केट कैप को ₹18,700 करोड़ का बनाया
जिस कंपनी को विनती के पिता ने 20 करोड़ रुपये के मार्केट कैप के साथ उन्हें सौंपा था, उसे Vinati Saraf Mutreja ने अपनी मेहनत और लगन से 18,700 करोड़ रुपये की मार्केट कैप वाली कंपनी बना दिया है. विनती साल 2018 से कंपनी की सीईओ और एमडी हैं. उन्होंने अपने एक पुराने इंटरव्यू में कहा था कि कंपनी आंतरिक संसाधनों के माध्यम से आगे बढ़ी है और उस पर कोई कर्ज नहीं है.
विनती सराफ की क्वालिफिकेशन
विनती सराफ मुटरेजा ने अपनी स्कूलिंग मुंबई से की है. उन्होंने व्हार्टन स्कूल से बी.एसी इन इकनोमिक्स (फाइनेंस) में ग्रेजुएशन किया है. वह स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग (पेंसिल्वेनिया यूनिवर्सिटी) से एप्लाइड साइंस में भी ग्रेजुएट हैं. वित्तीय वर्ष 2023 में कंपनी का रेवेन्यू 2157 करोड़ रुपये से अधिक था. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, कंपनी का ज्यादातर रेवेन्यू एक्सपोर्ट से आता है. फोर्ब्स के अनुसार, विनती के पिता Vinod Saraf की कुल संपत्ति 14,000 करोड़ रुपये (1.7 बिलियन डॉलर) से अधिक है.