मुंबई: शेयर बाजार में हर महीने लगातार निवेशकों की संख्या में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है. सितंबर महीने के दौरान रिकॉर्ड तोड़ डीमैट अकाउंट ओपन हुए हैं. सलाना आधार के मुकाबले सितंबर में Demat account खोलने वालों की संख्या में 26 फीसदी की बढ़ोतरी देखने को मिली है, जो बढ़कर 12.97 करोड़ पर पहुंच गई है. डीमैट अकाउंट के बढ़ोतरी के पीछे शेयर बाजार से निवेशकों को अच्छा रिटर्न मिलता है.
NSDL (नेशनल सिक्योरिटीज डिपॉजिटरी लिमिटेड) और CDSL (डिपॉजिटरी सर्विसेज लिमिटेड) के आंकड़ों के अनुसार सितंबर महीने के दौरान 30.6 लाख से ज्यादा डीमैट अकाउंट ओपन हुए है. वहीं, अगस्त में यह आंकड़ा 31 लाख रुपये था. बता दें कि यह लगातार दूसरा महीना है जब डीमैट अकाउंट ओपन करने वाले लोगों की संख्या में 30 लाख से अधिक बढ़ोतरी हुई है.
शेयर बाजार में लगातार तेजी के कारण की कंपनियों ने अपने निवेशकों को अच्छा रिटर्न दिया है, जिससे निवेशक आकर्षित हो रहे है. सितंबर महीने में डीमैट अकाउंट 13 साल में सबसे ज्यादा 14 मेनबोर्ड आईपीओ लिस्ट हुए थे. इन आईपीओ के जरिए कंपनियों ने 11,800 करोड़ रुपये जुटाए गए है, जो मई 2022 के दौरान सबसे अधिक था.
क्या होता है डीमैट अकाउंट
मार्केट रेगुलेटर SEBI (Securities and Exchange Board of India) के नियमों के अनुसार अगर आप शेयर बाजार में स्टॉक खरीदना या बेचना चाहते है तो आपके पास डीमैट खाता होना जरूरी है. डीमैट अकाउंट बैंक अकाउंट की तरह ही होता है, जहां लोग अपने शेयर और अन्य सूचनाओं को इलेक्ट्ऱॉनिक फॉर्म में रख सकते है. डीमैट अकाउंट का मतलब होता है डिमैटेरियलाइजेशन अकाउंट.
इसमें शेयर, बांड, सरकार की शर्ते, म्यूचुअल फंड, बीमा और ईटीएफ जैसे निवेश को रखने की प्रक्रिया आसान हो जाती है. इस अकाउंट के मदद से स्टॉक और संबंधित दस्तावेजों के रखरखाव का लेखा-जोखा से बचा जाता है.