नई दिल्ली : देश का विदेशी मुद्रा भंडार 16 जून को समाप्त सप्ताह में 2.35 अरब डॉलर बढ़कर 596.098 अरब डॉलर पर पहुंच गया. भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के शुक्रवार को जारी आंकड़ों में यह बात सामने आई है. इससे पहले के सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार 1.318 अरब डॉलर घट गया था.
आंकड़ों के अनुसार, 16 जून को समाप्त सप्ताह में विदेशी मुद्रा परिसंपत्ति भी 2.578 अरब डॉलर बढ़कर 527.651 अरब डॉलर पर पहुंच गई. वहीं, 9 जून को समाप्त सप्ताह में विदेशी मुद्रा परिसंपत्ति में 1.128 अरब डॉलर की गिरावट रही थी.
आपको बता दें कि चीन के पास दुनिया का सबसे बड़ा विदेशी मुद्रा भंडार है, जिसकी कीमत 3.4 ट्रिलियन डॉलर से भी अधिक बतायी जाती है. देश के इस भंडारण से उसके व्यापार अधिशेष, विदेशी निवेश जैसी चीजों को बढ़ावा मिलता है.
अर्थशास्त्रियों का मानना है कि पर्याप्त विदेशी मुद्रा भंडार से न केवल देशों को आर्थिक स्थिति मजबूत होती है, बल्कि अचानक आने वाली आर्थिक समस्याओं से लड़ने में मदद मिलती है. यह घरेलू मुद्रा की स्थिरता को बनाए रखने में भी मददगार साबित होती है. ये किसी देश की आर्थिक वृद्धि को मापने का एक प्रमुख मापदंड माना जाता है. कहा जाता है कि जिसके पास विदेशी मुद्रा भंडार अधिक है, वो अर्थव्यवस्था अधिक मजबूत है.
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--आईएएनएस के इनपुट के साथ