नई दिल्ली : चालू वित्त वर्ष के पहले नौ माह (अप्रैल-दिसंबर) के दौरान देश का कोयला उत्पादन 16.39 प्रतिशत बढ़कर 60 करोड़ 79.7 लाख टन पर पहुंच गया (Indias coal production rises 16 percent). पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में देश का कोयला उत्पादन 52 करोड़ 23.4 लाख टन रहा था. कोयला मंत्रालय ने बयान में कहा कि सरकारी स्वामित्व वाली कोल इंडिया द्वारा कोयले का उत्पादन अप्रैल-दिसंबर की अवधि में 47 करोड़ 90.5 लाख टन था जो उसके उत्पादन में 15.82 प्रतिशत की वृद्धि को दर्शाता है.
कोयला खदानों से तेज निकासी सुनिश्चित करने के लिए मंत्रालय पीएम गति शक्ति के तहत सभी प्रमुख खानों के लिए रेल संपर्क बुनियादी ढांचा बनाने के लिए कदम उठा रहा है. इसके चलते अप्रैल-दिसंबर की अवधि के दौरान कुल कोयला आपूर्ति 63 करोड़ 75.1 लाख टन की रही, जो पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि के दौरान 59 करोड़ 42.2 लाख टन रही थी. यह उत्पादन में 7.28 प्रतिशत की वृद्धि को दर्शाता है.
केंद्र ने व्यावसायिक बिक्री के लिए 141 नए कोयला ब्लॉक खंडों को रखा है और विभिन्न कोयला कंपनियों के साथ नियमित रूप से संपर्क में है और उसके उत्पादन पर नज़र रख रहा है घरेलू उत्पादन और आपूर्ति को बढ़ाने के लिए किए गए चौतरफा प्रयासों के बहुत अच्छे परिणाम सामने आए हैं.
मंत्रालय ने एक बयान में कहा, 'मंत्रालय ने एमएमडीआर (संशोधन) अधिनियम, 2021 के तहत खनिज रियायत (संशोधन) नियम, 1960 में भी संशोधन किया है, ताकि कैप्टिव खानों के पट्टेदार को कोयले, लिग्नाइट को कुल अतिरिक्त उत्पादन का 50 प्रतिशत तक उत्पादन की आवश्यकता को पूरा करने के बाद बेचने की अनुमति दी जा सके.'
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