मुंबई: वैश्विक बाजारों में कमजोरी के रुख, विदेशी फंडों की निकासी फिर शुरू होने और कच्चे तेल की कीमतों में मजबूती आने से घरेलू शेयर बाजारों के दोनों मानक सूचकांकों में बुधवार को शुरुआती कारोबार के दौरान गिरावट देखने को मिली. तीस शेयरों वाला बीएसई का मानक सूचकांक सेंसेक्स 75 अंकों के नुकसान के साथ 55,193.49 अंक पर कारोबार कर रहा था.
इसी तरह एनएसई के सूचकांक निफ्टी में भी 33.6 अंकों की गिरावट शुरुआती कारोबार में देखी गई और यह 16,450.25 अंक पर आ गया. सेंसेक्स में शामिल कंपनियों में बजाज फिनसर्व, भारती एयरटेल, कोटक महिंद्रा बैंक, डॉ रेड्डीज, बजाज फाइनेंस और रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयरों में गिरावट दर्ज की गई. वहीं, लार्सन एंड टुब्रो, सन फार्मा, हिंदुस्तान यूनिलीवर और अल्ट्राटेक सीमेंट के शेयर शुरुआती कारोबार के दौरान बढ़त में रहे.
एशिया के अन्य बाजारों में सोल, हांगकांग और शंघाई के सूचकांक निचले स्तर पर कारोबार कर रहे थे जबकि टोक्यो के सूचकांक में हल्की बढ़त देखी गई. अमेरिका के बाजार मंगलवार को गिरावट के साथ बंद हुए थे. जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वी के विजयकुमार ने कहा, 'अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व आज रात तक ब्याज दरों में बढ़ोतरी की घोषणा कर सकता है.
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लेकिन 0.75 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी के अनुमान को बाजार ने पहले ही आत्मसात कर लिया है.' इसके साथ ही उन्होंने कहा कि शेयर बाजारों में उतार-चढ़ाव का दौर अमेरिका में मंदी आने की आशंका और इससे बच निकलने की उम्मीदों के बीच टकराव का नतीजा है. उन्होंने कहा, "सिर्फ समय ही बता पाएगा कि इन दोनों स्थितियों में से कौन हावी होगी.'
इस बीच अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.10 प्रतिशत बढ़कर 104.50 अंक पर पहुंच गया. वहीं भारतीय बाजारों से विदेशी पूंजी की निकासी कुछ दिनों के बाद फिर से शुरू हो गई है. शेयर बाजार से मिले आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशकों ने मंगलवार को 1,548.29 करोड़ रुपये मूल्य के शेयरों की बिकवाली की.