मुंबई: घरेलू शेयर बाजारों में मंगलवार को लगातार तीसरे कारोबारी दिन तेजी रही और बीएसई सेंसेक्स 379 अंक से अधिक के लाभ में रहा. तेल एवं गैस, बैंक तथा वाहन शेयरों में तेजी से बाजार में मजबूती बनी रही. तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 379.43 अंक यानी 0.64 प्रतिशत की बढ़त के साथ 59,842.21 अंक पर बंद हुआ. कारोबार के दौरान यह एक समय 460.25 अंक तक चढ़ गया था.
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 127.10 अंक यानी 0.72 प्रतिशत बढ़कर 17,825.25 अंक पर बंद हुआ. निफ्टी में शामिल 50 शेयरों में से 42 लाभ में रहे. सेंसेक्स के शेयरों में महिंद्रा एंड महिंद्रा, मारुति, एशियन पेंट्स, हिंदुस्तान यूनिलीवर, अल्ट्राटेक सीमेंट, एचडीएफसी लि. और एचडीएफसी बैंक प्रमुख रूप से लाभ में रहे. दूसरी तरफ, नुकसान में रहने वाले शेयरों में भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई), भारती एयरटेल, बजाज फाइनेंस, टाटा कसंल्टेंसी सर्विसेज और एनटीपीसी शामिल हैं.
थोक मुद्रास्फीति के जुलाई में पांच महीने के निचले स्तर 13.93 प्रतिशत पर आने से महंगाई को लेकर चिंता कम हुई है. इसके साथ सूचकांक में मजबूत हिस्सेदारी रखने वाले रिलायंस इंडस्ट्रीज, एचडीएफसी लि. और एचडीएफसी बैंक के शेयरों में लिवाली से बाजार को समर्थन मिला. जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, 'मुद्रास्फीतिक दबाव कम होने से घरेलू निवेशकों में आर्थिक पुनरुद्धार को लेकर उम्मीद बरकरार है. उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) का आंकड़ा उम्मीद से बेहतर रहा है. इससे भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) नीतिगत दर में बढ़ोतरी की रफ्तार सीमित कर सकता है.'
एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी और चीन का शंघाई कंपोजिट लाभ में जबकि जापान का निक्की तथा हांगकांग का हैंगसेंग नुकसान में रहे. यूरोप के प्रमुख बाजारों में शुरुआती कारोबार में तेजी का रुख रहा. अमेरिकी बाजार वॉल स्ट्रीट सोमवार को बढ़त में रहा.
शेयर बाजार सोमवार को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर बंद थे. इस बीच, अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.86 प्रतिशत की गिरावट के साथ 94.28 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया. शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) भारतीय पूंजी बाजार में शुद्ध लिवाल रहे. उन्होंने शुक्रवार को 3,040.46 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर खरीदे.
ये भी पढ़ें- सुब्बाराव ने कहा, भारत 2029 तक 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बन सकता है