मुंबई: भारतीय अर्थव्यवस्था में लगातार बढ़ोतरी देखने को मिल रही है. भारतीय अर्थव्यवस्था एशिया ही नहीं पूरे विश्व में अपने समकक्षों से बेहतर प्रदर्शन कर रही है. इसके पीछे घरेलू मांग की ताकत है. पूर्व और दक्षिण पूर्व एशिया या निवेश-संचालित चीन की एक्सपोर्ट ओरिएंटेड अर्थव्यवस्थाओं के विपरीत, यह घरेलू खपत है जिसने भारत के विकास को गति दी है. मौजूदा त्योहारी सीजन एक बार फिर भारतीय उपभोक्ता की ताकत साबित हो रहा है. त्योहारी सीजन के दौरान उपभोक्ता के खर्च में बढ़ोतरी की ओर इशारा किया गया है.
बता दें कि मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक पिछले साल पूरे त्योहार की तुलना में इस साल त्योहारी सीजन के पहले ही चरण में कारों, टीवी, मोबाइल फोन, आभूषण, ब्यूटी प्रोडक्ट, चॉकलेट, शराब आदि की बिक्री में काफी बढ़ोतरी देखने को मिल रही है. त्योहारी सीजन का दूसरा भाग अभी शुरू होना बाकी है. कई सालों बाद बाजार में इस तरह की रौनक देखने को मिल रही है. बाजार के मजबूत होने के पीछे भारतीय उपभोक्ता हैं, जिन्होंने घरेलू मांग की ताकत को हर साल की तुलना में इस साल और बढ़ा दिया है.
पिछले साल की तुलना में इस साल बढ़ी मांग - ई-कॉमर्स फर्मों, जिन्होंने अपनी बिक्री प्रमोशन पहले ही शुरू कर दी थी. पिछले साल की तुलना में इस साल त्योहारी सीजन के दौरान ऑर्डर वॉल्यूम में 30 फीसदी की वृद्धि दर्ज करने की उम्मीद जताई जा रही है. ब्लॉकबस्टर फेस्टिव सीजन का अंदाजा पिछले महीने आरबीआई कंज्यूमर कॉन्फिडेंस सर्वे में देखने को मिला था, जिसमें मौजूदा स्थिति सूचकांक (सीएसआई) चार साल के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया था. इसके पीछे उपभोक्ता की बढ़ती आय और भविष्य में बढ़ता आत्मविश्वास है.
अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों ने पॉजिटिव प्रतिक्रिया दी - घरेलू मांग बढ़ने के कारण लगातार भारतीय अर्थव्यवस्था मजबूत होते दिख रहा है. हाल ही में एसएंडपी ग्लोबल मार्केट इंटेलिजेंस ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि 2030 तक भारत दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन सकता है. 2030 तक 7.3 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर की जीडीपी के साथ जापान को पछाड़कर दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की संभावना है.
इसके अलावा वित्त मंत्रालय ने मंथली इकोनॉमी रिव्यू में कहा गया है कि नरम इन्फ्लेशन के दम पर भारत वित्त वर्ष 2023-24 में दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था बना रहेगा. वहीं, आईएमएफ ने भी अनुमान लगाया है कि भारत वित्त वर्ष 2024 में दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था बना रहेगा. आईएमएफ ने अक्टूबर में भारत के लिए अपने विकास अनुमान को 20 आधार अंक बढ़ाकर 6.3 फीसदी कर दिया.