नई दिल्ली: आईडीएफसी फर्स्ट बैंक का शुद्ध लाभ (Net Profit) चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में सालाना आधार पर 61 प्रतिशत बढ़कर 765 करोड़ रुपये हो गया. बैंक ने शनिवार को कहा कि मुनाफे में यह बढ़त मुख्य रूप से मूल परिचालन आय में मजबूत वृद्धि के कारण हुई. बैंक का शुद्ध लाभ बीते वित्त वर्ष की समान तिमाही में 474 करोड़ रुपये रहा था.
बैंक का एनआईआई 36 प्रतिशत बढ़ा
बैंक की ब्याज से शुद्ध आय (एनआईआई) चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में सालाना आधार पर 36 प्रतिशत वृद्धि के साथ 3,745 करोड़ रुपये हो गई, जो बीते वित्त वर्ष की पहली तिमाही में 2,751 करोड़ रुपये थी. निवेशकों के निवेश पर बैंक द्वारा दिया जाने वाला इंटरेस्ट और जमाधारकों के जमा पर दिया जाने वाले इंटरेस्ट के अंतर से होने वाली कमाई को बैंक का Net Interest Income (NII) कहते हैं.
बैंक ने शेयर बाजार को बताया-
'मूल परिचालन से मुनाफा वित्त वर्ष 2022-23 की पहली तिमाही में 987 करोड़ रुपये से 45 प्रतिशत की जोरदार वृद्धि के साथ चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में 1,427 करोड़ रुपये हो गया.'
बैंक का सकल एनपीए (गैर निष्पादित परिसंपत्तियां) 30 जून, 2023 को सुधार के साथ 2.17 प्रतिशत हो गया. जो बीते साल इसी तारीख को 3.36 प्रतिशत था. बैंक का शुद्ध एनपीए जून, 2023 की तिमाही में सुधार के साथ 0.70 प्रतिशत हो गया, जो जून, 2022 में 1.30 प्रतिशत था.
डिपॉजिट अमाउंट में 44 फीसदी बढ़ोत्तरी
जून तिमाही में ग्राहकों की जमा राशि सालाना आधार पर 44 प्रतिशत बढ़कर 1.49 लाख करोड़ रुपये रही. खुदरा जमा कुल ग्राहक जमा का 77 प्रतिशत था, जो साल-दर-साल 51 प्रतिशत बढ़कर 1.14 लाख करोड़ रुपये हो गया. चालू खाता बचत खाते (CASA) में जमा राशि सालाना आधार पर 27 प्रतिशत बढ़कर 71,765 करोड़ रुपये हो गई. CASA अनुपात 46.5 प्रतिशत था, जो एक साल पहले की अवधि में 50 प्रतिशत से कम था. बढ़ते इंटरेस्ट रेट के चलते डिपॉिजिटर्स सेविंग अकाउंट को फिक्सड डिपॉजिट में बदलने लगे. जिसके कारण बैंक की जमा राशि बढ़ी है.