नई दिल्ली : एचडीएफसी बैंक ने एक नई उपलब्धि अपने नाम की है. इस बैंक में एचडीएफसी लिमिटेड के विलय के बाद बाजार पूंजीकरण (कंपनी की बाजार में कीमत) के लिहाज से यह देश की दूसरी सबसे मूल्यवान कंपनी बन गई है. मूल्यवान कंपनी के मामले में एचडीएफसी बैंक ने टीसीएस को भी पीछे छोड़ दिया है.
एचडीएफसी बैंक का मार्केट कैप टीसीएस से अधिक
शेयर बाजार बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) में गुरुवार को कारोबार बंद होते समय एचडीएफसी बैंक का शेयर 1,688.50 रुपये के भाव पर रहा. इस तरह कंपनी का कुल बाजार पूंजीकरण 12,72,718.60 करोड़ रुपये हो गया, जो टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) से अधिक है. सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र की दिग्गज कंपनी टीसीएस का बाजार पूंजीकरण 12,66,891.65 करोड़ रुपये का रहा. यह एचडीएफसी बैंक की तुलना में 5,826.95 करोड़ रुपये कम है.
देश का सबसे मूल्यवान बैंक बना HDFC Bank
एचडीएफसी बैंक में उसकी मूल कंपनी एचडीएफसी बैंक का विलय एक जुलाई से प्रभावी हो चुका है. करीब 40 अरब डॉलर के इस सौदे को भारतीय कंपनी जगत का सबसे बड़ा विलय माना गया है. इस विलय के साथ ही दुनिया के पांच सबसे बड़े बैंकों में भारत का HDFC Bank भी शामिल हो गया. एचडीएफसी बैंक अब देश पूंजीकरण के लिहाज से देश का सबसे मूल्यवान बैंक भी बन गया है. उसके बाद आईसीआईसीआई बैंक और भारतीय स्टेट बैंक का स्थान है.
कौन है देश की नंबर वन कंपनी?
वहीं, बात करें देश की सबसे मूल्यवान कंपनी के बारे में तो यह उपलब्धि रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (Reliance Industries Limited) के नाम है. 17,72,455.70 करोड़ रुपये के मूल्यांकन के साथ यह देश की सर्वाधिक मूल्यवान कंपनी बनी हुई है. उसके बाद एचडीएफसी बैंक और टीसीएस का स्थान है. चौथे स्थान पर आईसीआईसीआई बैंक (6,96,538.85 करोड़ रुपये) और पांचवे पर हिंदुस्तान यूनिलीवर (6,34,941.79 करोड़ रुपये) है.
(भाषा इनपुट के साथ)