नई दिल्ली : ग्लोबल रेटिंग एजेंसी फिच ने भारत के लिए स्थिर आउटलुक के साथ 'BBB' रेटिंग को बरकरार रखा है. रेटिंग एजेंसी ने इसके पीछे भारत के विकास दर की मजबूती और इसके लचीले बाहरी फाइनेंस को कारण बताया है. Fitch ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि भारत की तेज ग्रोथ इसके साथ वाले देशों की तुलना में लचीले बाहरी फाइनेंस और एक मजबूत विकास के दृष्टिकोण से ताकत को दिखाती है. जिसने पिछले 1 साल में बड़े शहरी झटकों को दूर करने में भारत का समर्थन किया है.
फिच ने कहा है कि भारत अपने मजबूत ग्रोथ आउटलुक के जरिए विश्व की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था के रूप में उभर रहा है और इसके मार्च 2024 की खत्म होने वाले वित्त वर्ष में 6 फीसदी की दर से बढ़ने की उम्मीद है. इसके पीछे भारत में लगातार बढ़ता निवेश परिदृश्य जिम्मेदार रहेगा.
फिच रेटिंग ने भारत की वित्त वर्ष 2024 के लिए ग्रोथ रेट 6.2 फीसदी पर रहने की उम्मीद जताई थी. लेकिन ऊंची महंगाई दरों, बढ़ती ब्याज दरों और धीमी ग्लोबल डिमांड के कारण फिच रेटिंग ने भारत की आर्थिक विकास दर के अनुमान को कम किया है. इसके तहत Fitch ने वित्त वर्ष 2023 के 7 फीसदी ग्रोथ रेट के अनुमान को बदला और इसके 7 फीसदी से घटकर 6.7 फीसदी पर आने का अनुमान जताया था. हालांकि ये अनुमान वित्त वर्ष 2025 के लिए था.
फिच रेटिंग ने अपनी रिपोर्ट में भारत के लिए कुछ चुनौतियों का भी जिक्र किया है. फिच ने इस बात पर जोर दिया है कि भारत के कमजोर पब्लिक फाइनेंसिंग के ऑफसैट को दिखाता है. यह देश के ऊंचे वित्तीय घाटे और इसके समकक्ष देशों की तुलना में ज्यादा कर्ज को दिखाता है और ये इस बात का भी संकेत है कि ये विश्व बैंक के गवर्नेंस के मानकों पर इसको कुछ चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा. वहीं भारत की प्रति कैपिटा जीडीपी को भी ध्यान में रखना होगा.
(पीटीआई- भाषा)