नई दिल्ली : सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) सेवा प्रदाता कंपनी इन्फोसिस ने कहा है कि एक वैश्विक कंपनी ने उसके साथ 1.5 अरब डॉलर का एक बहुवर्षीय अनुबंध रद्द करने का निर्णय लिया है. इन्फोसिस ने 14 सितंबर को इन्फोसिस मंचों और एआई (कृत्रिम मेधा) समाधानों की मदद से आधुनिकीकरण और कारोबार परिचालन सेवाओं के साथ उन्नत डिजिटल अनुभव प्रदान करने के लिए इस वैश्विक कंपनी के साथ करार की घोषणा की थी.
आईटी कंपनी ने शनिवार को शेयर बाजार को दी गई सूचना में कहा कि वैश्विक कंपनी ने अब समझौता ज्ञापन (एमओयू) को रद्द करने का फैसला किया है और दोनों पक्ष व्यापक समझौते का पालन नहीं करेंगे. आईटी कंपनी ने कहा कि वैश्विक कंपनी के साथ एमओयू होने के बारे में दी गई सूचना के संदर्भ में ताजी जानकारी दी गई है. इन्फोसिस ने पहले कहा था कि इस करार के जरिये लगभग 15 वर्षों में कुल ग्राहक लक्ष्य व्यय 1.5 अरब डॉलर होने का अनुमान है.
इंफोसिस ने कहा था कि यह मास्टर समझौते में प्रवेश करने वाले पक्षों के अधीन था. सौदे में घाटा ऐसे समय में हुआ है जब वैश्विक अनिश्चितताओं और वृहद प्रतिकूल परिस्थितियों ने दुनिया भर में आईटी और तकनीकी कंपनियों को चुनौती दी है. दरअसल, आधिकारिक अनुमान के मुताबिक ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था तीसरी तिमाही में सिकुड़ गई है और विशेषज्ञों ने आगाह किया है कि ब्रिटेन पर पहले से ही मंदी का खतरा मंडरा सकता है.