ETV Bharat / business

FII News: अमेरिका की क्रेडिट रेटिंग में गिरावट से विदेशी निवेशकों की बिकवाली, 5 दिनों में बेचे ₹2000 करोड़ के शेयर

अमेरिका की क्रेडिट रेटिंग में गिरावट का सीधा असर भारतीय शेयर बाजार (Indian Stock Market) पर देखने को मिल रहा है. पिछले पांच दिनों में ही विदेशी निवेशकों ने 2000 करोड़ रुपये से अधिक के शेयर बेच दिए हैं. पढ़ें पूरी खबर...

FII News
विदेशी निवेशक
author img

By

Published : Aug 6, 2023, 3:38 PM IST

नई दिल्ली : विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) अगस्त के पहले सप्ताह में पूंजी बाजार में शुद्ध बिकवाल रहे. पांच महीने तक लगातार लिवाल रहने के बाद उन्होंने समीक्षाधीन सप्ताह में करीब 2000 करोड़ रुपये के शेयर बेचे. यस सिक्योरिटीज की मुख्य निवेश सलाहकार निताशा शंकर ने कहा कि मजबूत मूल्यांकन और मामूली मुनाफावसूली इस बिकवाली का मुख्य कारण रही.

जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वी के विजयकुमार ने कहा-
'अमेरिका में 10 वर्षीय बॉन्ड प्रतिफल में चार प्रतिशत से अधिक की वृद्धि उभरते बाजारों में पूंजी प्रवाह के लिए निकट अवधि में नकारात्मक होगी. उन्होंने कहा कि अगर अमेरिकी बांड का प्रतिफल ऊंचा बना रहा तो FPI द्वारा बिक्री जारी रखने या कम से कम खरीदारी से परहेज करने की आशंका है.'

FII News
विदेशी निवेशकों की अगस्त में बिकवाली

पिछले तीन महीनों ₹40,000 करोड़ का निवेश किया था
शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने एक से पांच अगस्त के दौरान शुद्ध रूप से 2,034 करोड़ रुपये के शेयर बेचे. Foreign Institutional Investor (FII) के पांच महीने तक लगातार लिवाल रहने के बाद यह बदलाव देखा गया. इसके अलावा FPI ने पिछले तीन महीनों (मई, जून और जुलाई) में औसतन 40,000 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश किया.

विदेशी निवेशकों के बिकवाली का कारण
आंकड़ों के अनुसार उन्होंने जुलाई में 46,618 करोड़ रुपये, जून में 47,148 करोड़ रुपये और मई में 43,838 करोड़ रुपये की शुद्ध खरीदारी की. मार्च से पहले जनवरी और फरवरी में विदेशी निवेशकों ने 34,626 करोड़ रुपये निकाले थे. मॉर्निंगस्टार इंडिया के संयुक्त निदेशक और रिसर्च मैनेजमेंट हिमांशु श्रीवास्तव ने वैश्विक क्रेडिट रेटिंग एजेंसी फिच के अमेरिका की क्रेडिट रेटिंग को AAA से घटाकर'AA Plus' करने को भी इस बिकवाली का मुख्य कारण बताया.

ये भी पढ़ें-

(पीटीआई-भाषा)

नई दिल्ली : विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) अगस्त के पहले सप्ताह में पूंजी बाजार में शुद्ध बिकवाल रहे. पांच महीने तक लगातार लिवाल रहने के बाद उन्होंने समीक्षाधीन सप्ताह में करीब 2000 करोड़ रुपये के शेयर बेचे. यस सिक्योरिटीज की मुख्य निवेश सलाहकार निताशा शंकर ने कहा कि मजबूत मूल्यांकन और मामूली मुनाफावसूली इस बिकवाली का मुख्य कारण रही.

जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वी के विजयकुमार ने कहा-
'अमेरिका में 10 वर्षीय बॉन्ड प्रतिफल में चार प्रतिशत से अधिक की वृद्धि उभरते बाजारों में पूंजी प्रवाह के लिए निकट अवधि में नकारात्मक होगी. उन्होंने कहा कि अगर अमेरिकी बांड का प्रतिफल ऊंचा बना रहा तो FPI द्वारा बिक्री जारी रखने या कम से कम खरीदारी से परहेज करने की आशंका है.'

FII News
विदेशी निवेशकों की अगस्त में बिकवाली

पिछले तीन महीनों ₹40,000 करोड़ का निवेश किया था
शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने एक से पांच अगस्त के दौरान शुद्ध रूप से 2,034 करोड़ रुपये के शेयर बेचे. Foreign Institutional Investor (FII) के पांच महीने तक लगातार लिवाल रहने के बाद यह बदलाव देखा गया. इसके अलावा FPI ने पिछले तीन महीनों (मई, जून और जुलाई) में औसतन 40,000 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश किया.

विदेशी निवेशकों के बिकवाली का कारण
आंकड़ों के अनुसार उन्होंने जुलाई में 46,618 करोड़ रुपये, जून में 47,148 करोड़ रुपये और मई में 43,838 करोड़ रुपये की शुद्ध खरीदारी की. मार्च से पहले जनवरी और फरवरी में विदेशी निवेशकों ने 34,626 करोड़ रुपये निकाले थे. मॉर्निंगस्टार इंडिया के संयुक्त निदेशक और रिसर्च मैनेजमेंट हिमांशु श्रीवास्तव ने वैश्विक क्रेडिट रेटिंग एजेंसी फिच के अमेरिका की क्रेडिट रेटिंग को AAA से घटाकर'AA Plus' करने को भी इस बिकवाली का मुख्य कारण बताया.

ये भी पढ़ें-

(पीटीआई-भाषा)

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.