ETV Bharat / business

दो सप्ताह में ₹20,000 करोड़ के स्टॉक के साथ FIIs बना बड़ा खरीददार - भारतीय बाजार में बड़े खरीददार एफआईआई

एफआईआई ने अपनी रणनीति में 'यू' टर्न ले लिया है. पिछले दो हफ्तों में इसने थोक खरीद सहित लगभग 20,000 करोड़ रुपये का निवेश कर भारतीय बाजार में बड़े खरीददार बन गए हैं. पढ़ें पूरी खबर...

FIIs
एफआईआई
author img

By IANS

Published : Dec 18, 2023, 12:33 PM IST

नई दिल्ली: एफआईआई ने अपनी रणनीति में 'यू' टर्न ले लिया है. पिछले दो हफ्तों में इसने थोक खरीद सहित लगभग 20,000 करोड़ रुपये का निवेश कर भारतीय बाजार में बड़े खरीददार बन गए हैं. जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज में मुख्य निवेश रणनीतिकार वी.के. विजयकुमार ने ये बात कही है. सोमवार को बीएसई सेंसेक्स 37 अंक ऊपर 71,520.95 पर है. सन फार्मा 1.6 फीसदी मजबूत है. उधर निफ्टी 16.35 अंक ऊपर उठ कर 21,473.00 पर है.

यह रैली बैंकिंग और आईटी सेक्टर में आए उछाल से संचालित हो रही है. पिछले दो हफ्तों के दौरान निफ्टी जहां 6 फीसदी ऊपर है, वहीं बैंक निफ्टी 7.4 फीसदी और निफ्टी आईटी करीब 11 फीसदी ऊपर है. उन्होंने कहा, हाल के बाजार अनुभव से एक महत्वपूर्ण बात यह सामने आई है कि एफआईआई और डीआईआई के बीच रस्साकशी में, डीआईआई लगातार एफआईआई से आगे निकल रहे हैं. जब एफआईआई बेचते हैं तो उनसे डीआईआई खरीदते हैं, या फिर जब डीआईआई बेचते हैं तो एफआईआई खरीदते हैं, अधिक कीमतों पर.

वैल्यूएशन को छोड़कर वैश्विक और घरेलू कारक बाजार के लिए अनुकूल हैं. विशेषकर लार्ज कैप में पैसे लगाए रखना ही समझदारी है. उन्होंने कहा कि मिड और स्मॉल कैप में कुछ मुनाफावसूली पर विचार किया जा सकता है, जहां मूल्यांकन बहुत अधिक है.

ये भी पढ़ें-

नई दिल्ली: एफआईआई ने अपनी रणनीति में 'यू' टर्न ले लिया है. पिछले दो हफ्तों में इसने थोक खरीद सहित लगभग 20,000 करोड़ रुपये का निवेश कर भारतीय बाजार में बड़े खरीददार बन गए हैं. जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज में मुख्य निवेश रणनीतिकार वी.के. विजयकुमार ने ये बात कही है. सोमवार को बीएसई सेंसेक्स 37 अंक ऊपर 71,520.95 पर है. सन फार्मा 1.6 फीसदी मजबूत है. उधर निफ्टी 16.35 अंक ऊपर उठ कर 21,473.00 पर है.

यह रैली बैंकिंग और आईटी सेक्टर में आए उछाल से संचालित हो रही है. पिछले दो हफ्तों के दौरान निफ्टी जहां 6 फीसदी ऊपर है, वहीं बैंक निफ्टी 7.4 फीसदी और निफ्टी आईटी करीब 11 फीसदी ऊपर है. उन्होंने कहा, हाल के बाजार अनुभव से एक महत्वपूर्ण बात यह सामने आई है कि एफआईआई और डीआईआई के बीच रस्साकशी में, डीआईआई लगातार एफआईआई से आगे निकल रहे हैं. जब एफआईआई बेचते हैं तो उनसे डीआईआई खरीदते हैं, या फिर जब डीआईआई बेचते हैं तो एफआईआई खरीदते हैं, अधिक कीमतों पर.

वैल्यूएशन को छोड़कर वैश्विक और घरेलू कारक बाजार के लिए अनुकूल हैं. विशेषकर लार्ज कैप में पैसे लगाए रखना ही समझदारी है. उन्होंने कहा कि मिड और स्मॉल कैप में कुछ मुनाफावसूली पर विचार किया जा सकता है, जहां मूल्यांकन बहुत अधिक है.

ये भी पढ़ें-

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.