मुंबई: इस साल कई आईपीओ ने रिकॉर्ड तोड़े हैं. इससे सबसे ज्यादा फायदा निवेशकों को हो रहा है. इस महीने यानी की दिसंबर में एक और कंपनी आईपीओ लाने के लिए तैयारी में है. स्टेशनरी और आर्ट प्रोडक्ट मैन्युफैक्चरिंग कंपनी डोम्स इंडस्ट्रीज की आरंभिक सार्वजनिक पेशकश (आईपीओ) 13 दिसंबर को सदस्यता के लिए खुलेगी और 15 दिसंबर को बंद हो जाएगी. कंपनी आईपीओ के माध्यम से 1,200 करोड़ रुपये जुटाएगी.
अनिवार्य रूप से लिस्ट होने वाली पहली कंपनी
गुजरात स्थित डोम्स इंडस्ट्रीज T+3 टाइमलाइन में एक्सचेंजों पर अनिवार्य रूप से लिस्ट होने वाली पहली कंपनी होगी. क्योंकि पूंजी बाजार नियामक सेबी ने 1 दिसंबर, 2023 से IPO लॉन्च करने वाली कंपनियों को पिछली T के बजाय T+3 टाइमलाइन पर जाने का निर्देश दिया है. आईपीओ में कंपनी द्वारा 350 करोड़ रुपये की ताजा इक्विटी और प्रमोटरों द्वारा 850 करोड़ रुपये की बिक्री पेशकश (ओएफएस) शामिल है. बता दें कि कंपनी ओएफएस के तहत संजय मनसुखल राजानी, प्रमोटर फैब्रीका इटालियाना लैपिस और केटा मनसुखल राजानी शेयर बेचेंगे.
जुटाए पैसों से कंपनी करेगी ये काम
ओएफएस से मिलने वाले आय सेल करने वाले शेयरधारकों के पास जाएगी. ताजा इश्यू से जुटाई गए पैसे से कंपनी सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्यों के साथ-साथ लेखन उपकरणों, वॉटर कलर पेन, मार्कर और हाइलाइटर्स की एक विस्तृत श्रृंखला के लिए कंपनी की उत्पादन क्षमताओं का विस्तार करने के लिए एक नई मार्केटिंग सुविधा स्थापित करने की लागत के वित्तपोषण के लिए किया जाएगा.
यह ऑफर बुक-बिल्डिंग प्रक्रिया के माध्यम से किया जा रहा है, जहां नेट ऑफर का 75 फीसदी योग्य संस्थागत खरीदारों के लिए, 15 फीसदी गैर-संस्थागत निवेशकों के लिए और बचे हुए 10 फीसदी खुदरा निवेशकों के लिए अलग रखा गया है. इस ऑफर में कंपनी के कर्मचारियों के लिए 5 करोड़ रुपये तक के शेयरों का आरक्षण शामिल है.